नेपाल से जीत बहादुर चौधरी का रिपोर्ट
09/09/2024
काठमाण्डौ,नेपाल – रविवार को अदालत में आत्मसमर्पण करने वाले लुम्बिनी प्रांतीय विधानसभा के सदस्य धन बहादुर केसी को सोमवार को रिहा कर दिया गया।
कानून के मुताबिक कारावास के बदले पैसे देने के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया।
रुकुम ईस्ट से निर्वाचित कांग्रेस सांसद केसी को दस्तावेज से छेड़छाड़ मामले में दोषी पाया गया था ।
उन्होंने अपनी जेल की सजा पूरी नहीं की और रविवार को रुकुम पूर्वी जिला अदालत में पेश हुए।
उन्हें सोमवार को आपराधिक संहिता 2074 की धारा 155 के प्रावधानों के अनुसार 1 लाख 9 हजार 200 रुपये का भुगतान करके रिहा कर दिया गया।
जिला अदालत की ओर से पैरवी कर रहे वरिष्ठदार राधाकृष्ण रिजाल के अनुसार न्यायाधीश लोक बहादुर हमाल की पीठ ने पैसे लेकर प्रांतीय असेंबली के सदस्य केसी को रिहा करने का आदेश दिया ।
रिजाल ने बताया कि आवेदक ने 1 दिन के बराबर 300 रुपये की दर से 1 लाख 9 हजार 200 रुपये का भुगतान किया है ।
सूत्रों के मुताबिक रविवार रात उन्हें जेल में नहीं रखा गया ।
23 जून, 1991 को तत्कालीन रुकम जिला न्यायालय ने दस्तावेज़ जालसाजी मामले में केसी को एक साल की जेल और 2,000 रुपये जुर्माने की सजा सुनाई थी ।
तलाक के मामले में फर्जी दस्तावेज जमा करने के लिए उनकी पत्नी राधा केसी द्वारा दायर शिकायत पर सुनवाई के बाद उन्हें दोषी पाया गया था ।