नेपाल-भारत सीमा संवाददाता जीत बहादुर चौधरी की रिपोर्ट
काठमाण्डौ,नेपाल – भारत का 18 वर्षीय किशोर गुकेश डोमराजू दुनिया का सबसे कम उम्र का शतरंज चैंपियन बन गया है।
डोमराजू ने गुरुवार को मौजूदा चैंपियन चीन के डिंग लिरेन को रोमांचक मुकाबले में हराकर इतिहास रच दिया।
सिंगापुर में आयोजित फिडे विश्व शतरंज चैम्पियनशिप के फाइनल मैच में खिताब जीतकर वह विश्व प्रसिद्ध हो गये।
डोम्माराजू ने गुरुवार के फाइनल में 7.5 और 6.5 के स्कोर के साथ खिताब जीता।
इस जीत ने उन्हें दुनिया का 18वां शतरंज चैंपियन बना दिया।
इस खिताब के साथ डोमराजू ने रूसी ग्रैंडमास्टर गैरी कास्परोव का रिकॉर्ड तोड़ दिया।
कास्पारोव ने 1985 में 22 साल की उम्र में यह खिताब जीता था ।
चेन्नई के डोम्माराजू बचपन से ही शतरंज खेलने के लिए मशहूर थे।
उन्होंने 12 साल और 7 महीने की उम्र में ग्रैंडमास्टर का खिताब जीता था।
चेन्नई को भारत की शतरंज राजधानी माना जाता है। डोम्माराजू के परिवार में कुछ अन्य खिलाड़ी अनुपस्थित बताए जा रहे हैं ।
चैंपियनशिप के 14 मैचों की इस सीरीज को पिछले एक पखवाड़े से दुनिया भर के शतरंज प्रेमियों ने उत्सुकता से देखा था ।
फाइनल मैच से पहले, डोमराजू और डिंग ने दो-दो गेम जीते थे और आठ गेम बराबर रहे थे।
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