नेपाल-भारत सीमा संवाददाता जीत बहादुर चौधरी की रिपोर्ट
काठमाण्डौ,नेपाल । जम्मू-कश्मीर विधानसभा में पक्ष और विपक्ष के सांसदों के बीच झड़प के बाद संसद की कार्यवाही कुछ देर के लिए स्थगित करनी पड़ी. विवाद बढ़ने पर स्थिति को नियंत्रित करने के लिए मार्शलों को तैनात करना पड़ा।
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा में एक प्रस्ताव पेश कर संविधान के अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 5 की बहाली की मांग की, जिसे नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने निरस्त कर दिया था।
इस प्रस्ताव में जम्मू-कश्मीर के विशेष राज्य के दर्जे को बहाल करने के लिए संवैधानिक प्रावधान की मांग की गई है, जिसे केंद्र सरकार ने पांच साल पहले खत्म कर दिया था ।
सुत्रो के मुताबिक, गुरुवार को सदन शुरू होते ही बीजेपी सांसदों ने पारित प्रस्ताव का विरोध करना शुरू कर दिया ।
जब भाजपा विधायक सुनील शर्मा प्रस्ताव के बारे में बोल रहे थे, तब अवामी इत्तेहाद पार्टी के नेता शेख खुर्शीद बल के पास गए और संविधान के अनुच्छेद 370 का समर्थन करने वाला एक बैनर दिखाया। तभी बीजेपी सांसदों ने विरोध किया और वे बेल तक भी पहुंच गए ।
5 अगस्त, 2019 को नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा वापस लेने और इसे केंद्र राज्य बनाने का फैसला किया।
लद्दाख को जम्मू-कश्मीर से अलग करने का भी फैसला लिया गया था ।
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