नेपाल-भारत सीमा संवाददाता जीत बहादुर चौधरी की रिपोर्ट
काठमाण्डौ,नेपाल – सीपीएन यूनाइटेड सोशलिस्ट के सम्मानित नेता और पूर्व प्रधानमंत्री झलनाथ खनाल ने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा है कि अगर प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को अपनी चीन यात्रा के दौरान रोड एंड बेल्ट इनिशिएटिव (बीआरआई) समझौते पर हस्ताक्षर करना था, तो उन्होंने इतने नाटक क्यों किए? .
चीन की यात्रा के बाद शनिवार को स्वदेश लौटे पूर्व प्रधानमंत्री खनाल ने त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर पत्रकारों से बातचीत में सरकार से सवाल किया, ”अगर बीआरआई समझौते पर हस्ताक्षर ही करना था तो उसे पड़ोसी देशों के साथ इतना नाटक क्यों करना पड़ा? ?” जो लोग पड़ोसी देशों के साथ अच्छे रिश्ते नहीं बना सकते, वे दुनिया के साथ अच्छे रिश्ते कैसे बना पाएंगे?’
उनका मानना था कि पड़ोसियों के साथ इस तरह की लापरवाही नहीं की जानी चाहिए ।
उन्होंने कहा, “हालांकि, कई दौर के बावजूद बीआरआई समझौता हो गया है. यह अच्छी बात है.” मुझे ख़ुशी दिखानी है.’।
खनाल ने कहा कि भले ही नेपाल की तैयारियां पर्याप्त नहीं थीं, लेकिन आखिरकार बीआरआई परियोजना पर समझौते पर पहुंचने पर उसे खुशी है।
नेपाल और चीन के रिश्ते और नेपाल को BRI लेने में इतनी देर क्यों?
खनाल ने अपनी चीन यात्रा के संदर्भ का जिक्र करते हुए कहा, ‘दुनिया के 153 देशों ने बीआरआई परियोजना को अपनाया है, लेकिन पत्रकारों का सवाल था कि नेपाल ने इसे सात-सात साल तक क्यों नहीं लिया।’
क्राइम मुखबिर न्यूज
अपराध की तह तक !