नेपाल-भारत सीमा संवाददाता जीत बहादुर चौधरी की रिपोर्ट
काठमाण्डौ,नेपाल – प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के खिलाफ अफवाह फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किए गए मेडिकल प्रैक्टिशनर दुर्गा प्रसाई को पुलिस अदालत में ले आई है।
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीआईबी) के प्रवक्ता होविंद्र बोगटी ने कहा कि साइबर ब्यूरो ने उन्हें सरकारी अभियोजक के कार्यालय के माध्यम से अदालत में पेश किया है.।
उन्होंने कहा, ”हम उन्हें अदालत में लाकर आगे की जांच के लिए हिरासत में लेने का समय मांग रहे हैं.”।
सीआईबी ने मंगलवार सुबह प्रसाई को भक्तपुर स्थित उसके घर से गिरफ्तार कर लिया।
सीआईबी ने आगे की जांच और कानूनी कार्यवाही के लिए प्रसाई को दोपहर में अपने साइबर ब्यूरो भेजा।
पुलिस ने उसे इलेक्ट्रॉनिक अपराध नियंत्रण अधिनियम, 2063 के खिलाफ अपराध करने के आरोप में गिरफ्तार किया।
अटॉर्नी जनरल के कार्यालय ने राय दी है कि इलेक्ट्रॉनिक अपराध नियंत्रण अधिनियम के साथ-साथ नागरिक आपराधिक संहिता में उल्लिखित अपराधों का अपमान नहीं किया जाना चाहिए, झूठे सबूत नहीं दिए जाने चाहिए और राष्ट्रपति या सांसद को धमकी नहीं दी जानी चाहिए, आदि।
सोमवार को प्रसाई ने कहा कि कंबोडिया की एक्सीटा कंपनी में प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली का निवेश है ।
उस वक्त उन्होंने कुछ दस्तावेज दिखाए थे और दावा किया था कि प्रधानमंत्री ओली ने कंबोडिया में 210 मिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश किया है ।
उनका बयान सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है ।
सीआईबी के चीफ एआईजी दीपक थापा का कहना है कि प्रारंभिक जांच में प्रसाई ने जो दस्तावेज दिखाए थे, वे फर्जी थे ।
पुलिस ने उसके घर से 3 लैपटॉप और 9 मोबाइल फोन भी जब्त किए हैं ।
क्राइम मुखबिर न्यूज
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