नेपाल-भारत सीमा संवाददाता जीत बहादुर चौधरी की रिपोर्ट
काठमाण्डौ,नेपाल – पश्चिम नवलपरासी नेपाल-भारत सीमा क्षेत्र में तस्करी बढ़ी है, पुलिस की सक्रियता नहीं बढ़ी है।
धंधेबाज जिले के विभिन्न स्थानों से राजस्व की चोरी कर रहे हैं।
भारत से नेपाल में चीनी, गांजा, बकडी, कपड़े, भैंस, दवाएं, मोबाइल और मोबाइल के पार्ट्स आदि का आयात किया जाता है।
सूत्रों के अनुसार, घरेलू स्तर पर उत्पादित मक्का, फेयरलवली को नेपाल से भारत तक साइकिल, मोटरसाइकिल और ट्रैक्टर पर ले जाया जाता है।
सूत्र के अनुसार, जिले के गुठीप्रसौनी, बसहिया, पचपेड़ा, गोपालपुर, हरकपुरा, बलीनगर, गर्मी, सनई समेत अन्य चौकियों पर कारोबारी अवैध रूप से राजस्व की चोरी कर रहे हैं ।
सीमा क्षेत्र के कारोबारी सुरक्षाकर्मियों को धोखा देकर रोजाना करोड़ों रुपये के राजस्व की चोरी कर रहे हैं ।
सूत्र के मुताबिक खुलेआम तस्करी का मतलब है कि पुलिस ने इस पर रोक नहीं लगाई और टैक्स चोरी को बढ़ावा मिला।
सीमा क्षेत्र में दिन के मुकाबले रात में टैक्स चोरी करने वाले कारोबारी ज्यादा होते हैं और वे माल को नेपाल और भारत के अलग-अलग जगहों पर भेजते हैं। सीमा क्षेत्र के निकट एक फर्म संचालित करके।
देश की अर्थव्यवस्था में गिरावट राजस्व की चोरी भी है ।
सूत्रों का दावा है कि राज्य द्वारा देश के प्रति ईमानदारी से काम करने के लिए नियुक्त कर्मचारी देश को नुकसान पहुंचा रहे हैं और इसका असर नेपाली लोगों पर पड़ रहा है ।
श्रोत के मुताबिक टैक्स चोरी में जिले के प्रमुख लोगों की संलिप्तता है ।
क्राइम मुखबिर न्यूज
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