नेपाल-भारत सीमा संवाददाता जीत बहादुर चौधरी की रिपोर्ट
काठमाण्डौ,नेपाल – मानव तस्करी नियंत्रण के क्षेत्र में काम करने वाली संस्था मैती नेपाल ने 2024 में जोखिम उठाकर भारत जा रही 171 महिलाओं को बचाया है।
मैती नेपाल बीरगंज पीरियोडिकल होम ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की और अपनी वार्षिक कार्य प्रगति के आंकड़े जारी किए।
गृह पर्यवेक्षक गोमा पौडेल ने कहा कि एक वर्ष के दौरान गृह के सीमा रक्षकों ने खतरनाक स्थिति में बीरगंज में नेपाल-भारत सीमा क्षेत्र से 171 लोगों को रोकने में कामयाबी हासिल की।
पौडेल ने कहा, “20 साल से अधिक उम्र के 171 लोगों में से 39 को उनके घर वापस भेज दिया गया, बाकी 132 को अस्थायी घरों में लाया गया और उनके माता-पिता को सौंप दिया गया।”
इस वर्ष कुल 265 लोगों को अस्थायी घर में संरक्षित किया गया है, जिनमें से 127, 18 वर्ष से कम आयु के हैं और 138, 19 वर्ष से अधिक आयु के हैं।
उनमें से 119 को पुलिस और अन्य संगठनों ने खतरनाक स्थिति में पाया और उन्हें मैती नेपाल के अस्थायी घर में भेज दिया गया।
इस वर्ष सीमा से बचाए गए 132 लोगों में से 13 कोशी प्रांत से, 45 मधेश प्रांत से, 42 बागमती प्रांत से, 9/9 गंडकी और लुंबिनी प्रांत से, 2 करनाली प्रांत से और 12 सुदुरपश्चिम से हैं।
इनमें ब्राह्मण/क्षेत्री 31, आदिवासी 50, दलित 11, मुस्लिम 9 और गैर जातीय 31 हैं ।
क्राइम मुखबिर न्यूज
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