नेपाल-भारत सीमा संवाददाता जीत बहादुर चौधरी की रिपोर्ट
19/10/2024
काठमाण्डौ,नेपाल – बीरगंज महानगर पालिका ने जियोडेटा को प्रबंधित करने के लिए वैज्ञानिक एड्रेसिंग सिस्टम के लिए ड्रोन के माध्यम से भूमि सर्वेक्षण शुरू किया है।
इसके लिए मेयर राजेशमान सिंह ने कहा कि सभी 32 वार्डों का भौगोलिक डेटा इकट्ठा करने के लिए ड्रोन सर्वे शुरू कर दिया गया है ।
शुक्रवार को मेयर सिंह ने नेपाल-भारत प्रवेश बिंदु शंकराचार्य गेट से ड्रोन उड़ाया और डेटा संग्रह शुरू किया ।
मेयर के अनुसार, हालांकि बढ़ते शहरीकरण के साथ जनसंख्या घनत्व बढ़ रहा है, लेकिन सटीक भू-डेटा की कमी के कारण डेटा के आधार पर उपयोग निर्धारण नीति को लागू करना मुश्किल हो रहा है।
मेयर सिंह ने कहा, यह प्रणाली भू-डेटा का प्रबंधन करके महानगर को एक व्यवस्थित और स्मार्ट शहर के रूप में विकसित करने में मदद करती है। इससे कर प्रणाली में सुधार होगा और कर संग्रह बढ़ेगा।
उन्होंने कहा कि एक बार जियोडेटा प्रबंधित हो जाने के बाद, यह महानगर की समग्र समृद्धि में मदद करेगा।
यह परियोजना यूके इंटरनेशनल डेवलपमेंट के वित्तीय सहयोग और द एशिया फाउंडेशन के डेटा फॉर डेवलपमेंट कार्यक्रम के तहत शुरू की गई है।
ड्रोन को नक्शा प्राइवेट लिमिटेड और जियोविजन प्राइवेट लिमिटेड की संयुक्त तकनीकी साझेदारी में तैनात किया गया है।
ड्रोन के जरिए सभी 32 वार्डों का डेटा इकट्ठा करने में 10 दिन लगेंगे ।
सर्वे में शामिल मैप कॉर्पोरेशन के तकनीशियन के मुताबिक, इसके बाद डेटा को प्रोसेस करने और उसे उपयोग में लाने में कुछ समय लगेगा।