नेपाल-भारत सीमा संवाददाता जीत बहादुर चौधरी की रिपोर्ट
काठमाण्डौ,नेपाल। भारत से फर्जी आधार कार्ड बनवाकर बांग्लादेशी अवैध रूप से नेपाल में प्रवेश कर रहे हैं, इसका खुलासा हुआ है।
फर्जी आधार कार्ड बनाकर बांग्लादेशियों को नेपाल में तस्करी कराने वाले गिरोह में से एक की गिरफ्तारी के बाद इसका खुलासा हुआ ।
भारत-नेपाल सीमा पर फर्जी आधार कार्ड बनाकर बांग्लादेशियों को नेपाल में तस्करी कराने वाले गिरोह में से एक भारतीय नागरिक सोनाई सरकार को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया ।
गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने खोरीबाड़ी के बतासी बदराजोत स्थित एक ऑनलाइन सेंटर पर छापेमारी की ।
उस दौरान पुलिस ने तीन फर्जी आधार कार्ड समेत एक कंप्यूटर, हार्ड डिस्क और प्रिंटर जब्त किया है ।
आरोपी सरकार को शनिवार को सिलीगुड़ी कोर्ट में हिरासत में भेज दिया गया है और जांच शुरू कर दी गयी है ।
आरोपी को पहले बांग्लादेशी नागरिकों को अवैध आधार कार्ड बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और 2 अक्टूबर, 2023 को रिहा कर दिया गया था।
नक्सलबारी थाने की उपप्रमुख नेहा जैन ने बताया कि जहां छापेमारी हुई, वहां कुछ नेपाली फर्जी आधार कार्ड बनाने भी गए थे ।
पुलिस जांच में पता चला है कि गिरोह फर्जी आधार कार्ड बनाने के लिए 10,000 से 20,000 हजार लेता है ।
खासकर पूर्वी सीमा पार करने के लिए भारतीय सुरक्षाकर्मियों ने अनिवार्य रूप से पहचान पत्र मांगाता है ।
इसके चलते बांग्लादेशी, भूटानी, बर्मी और रोहिंग्या शरणार्थी फर्जी आधार कार्ड के आधार पर नेपाल आते-जाते रहे हैं।
इससे नेपाल और भारत दोनों तरफ की सीमा सुरक्षा में गंभीर चुनौती पैदा हो गई है।
क्राइम मुखबिर न्यूज
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