संवाददाता शिवानंद त्रिपाठी की रिपोर्ट
लोकतंत्र की आत्मा है संविधान- शिवेंद्र प्रताप सुर्यवंशी अतिरिक्त कार्यक्रम धिकारी
विकास खण्ड मिठौरा महराजगंज। किसी भी लोकतांत्रिक देश की व्यवस्था का संचालन संविधान के बिना अधूरा है। संविधान के उद्देश्यों एवं नियमों का अनुपालन करके ही कोई भी देश समृद्धशाली एवं वैभवशाली गौरव को प्राप्त करता है। भारत एक लोकतांत्रिक देश है जिसका एक समृद्ध संविधान है। इस संविधान के निर्माण में भारत के बहुत से विद्वानों का योगदान है ।संविधान सभा के निर्माण समिति के अध्यक्ष डॉ राजेंद्र प्रसाद जी रहे। इस समिति में 292 सदस्यों ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया जिसके द्वारा दो वर्ष ग्यारह महीना अट्ठारह दिन में संविधान बनकर तैयार हुआ। इसके प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉ भीमराव अंबेडकर जी रहे। संविधान के निर्माण में बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर का अत्यंत ही महत्वपूर्ण योगदान है। उक्त बातें विकास खण्ड मिठौरा के सभागार मे प्रार्थना सभा में राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्त्वावधान में संविधान दिवस की 75वीं वर्षगांठ पर बतौर मुख्य वक्ता शिवेन्द्र प्रताप सुर्यवंशी अतिरिक्त कार्यक्रमधिकारी ने कही। उन्होंने कहा कि संविधान दिवस का आयोजन 24 नवंबर 1949 से ही किया जा रहा है और स्वतंत्र भारत के लिए 26 जनवरी 1950 को पूरे देश को संविधान समर्पित कर गणतंत्र की स्थापना की गई। इस अवसर पर खंण्ड विकासधिकारी राहुल सागर ने संविधान की आत्मा रूपी प्रस्तावना का समस्त ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान एवं ग्राम पंचायत सचिव और रोजगार सेवक ब्लॉक स्तर पर विभागीय कर्मचारियों के मध्य शपथ दिलाया। उन्होंने कहा कि हम सभी संविधान में उल्लिखित नियमों का शत प्रतिशत पालन करके एक सशक्त और समृद्ध राष्ट्र की परिकल्पना को साकार करें। इस अवसर पर विकास खण्ड मिठौरा के समस्त कर्मचारी एवं क्षेत्रीय जनता-जनार्दन और उपस्थित रहे।
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