भारत- नेपाल सीमा संवाददाता जीत बहादुर चौधरी की रिपोर्ट
काठमाण्डौ,नेपाल। इजरायली सेना को हमास द्वारा बंधक बनाए गए छह लोगों के शव मिले हैं।
इजरायली सेना (आईडीएफ) के अनुसार, ये शव शनिवार को गाजा के राफा शहर में एक भूमिगत सुरंग में पाए गए।
7 अक्टूबर के हमले के बाद हमास ने उन्हें बंधक बना लिया था । आईडीएफ ने मृत पाए गए लोगों के नाम जारी किए और कहा कि उनमें से पांच इजरायली नागरिक है। वे हैं कार्मेल गैट, एडन येरुशलमी, अलेक्जेंडर लोबानोव, अल्मोग सरुसी और ओरी डैनियो। एक अन्य, गोल्डबर्ग पोलिन, एक अमेरिकी नागरिक हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने पुष्टि की कि पोलिन एक अमेरिकी नागरिक थीं और कहा कि उनकी मृत्यु “दुखद और क्रूर” थी।
हमास के एक वीडियो में पोलिन को अपना हाथ कटा हुआ देखा गया था. एक बयान में बाइडेन ने मौत को दुखद और निंदनीय बताया और चेतावनी दी कि हमास नेताओं को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी ।
आईडीएफ ने कहा कि जिन बंधकों के शव मिले हैं, उनके पहुंचने से कुछ देर पहले ही हमास ने उनकी बेरहमी से हत्या कर दी थी। आईडीएफ ने कहा कि जो शव पाए गए उन्हें इजरायली क्षेत्र में “वापस” कर दिया गया। आईडीएफ ने कहा, “उन्हें 7 अक्टूबर को बंधक बना लिया गया और गाजा में हमास आतंकवादी संगठन ने मार डाला।”
लापता परिवारों के एक समूह, मिसिंग फ़ैमिलीज़ फ़ोरम ने कहा कि अगर इज़रायली सरकार युद्धविराम पर सहमत हो जाती, तो बंधकों को समय से पहले नहीं मरना पड़ता।
मंच ने इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू से शेष बंधकों की रिहाई के लिए युद्धविराम का आह्वान करने को कहा है।
7 अक्टूबर को हुए हमले के बाद हमास ने 251 लोगों को बंधक बना लिया था । इनमें से 97 अभी भी हमास के नियंत्रण में हैं. उनमें से कम से कम 27 लोगों के मरने का अनुमान है। हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों की सूची में नेपाली छात्र बिपिन जोशी भी शामिल हैं ।
विदेश मंत्रालय कह रहा है कि जोशी की रिहाई के लिए सभी संभावित राजनयिक चैनलों के माध्यम से प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन अभी तक उनकी हालत का पता नहीं चल पाया है ।
7 अक्टूबर को हुए हमले में इजराइल में करीब 1200 लोगों की जान चली गई थी । जवाबी कार्रवाई में इजराइल द्वारा किए गए हमले में गाजा में 40,530 लोग मारे गए हैं ।
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