उप संपादक अवधेश पांडेय की रिपोर्ट
भगवान राम के त्याग और समर्पण को अपने जीवन में उतारने की आवश्यकता : पुष्पदंत जैन
त्यागी होना ही भगवान की श्रेणी में आता है मनुष्य : सज्जाद अली रहमानी
गोरखपुर। जाफरा बाजार में हिन्दू- मुस्लिम एकता की अनुठी मिसाल देखने को मिला। हजरत सैयद गाजी मोमिन शीश अली शाह रहमतुल्लाह अलैह, शीश महल दरगाह, जाफरा बाजार के गद्दीनशीन सज्जाद अली रहमानी ने अलीनगर रामलीला समिति द्वारा निकाली गयी राम वन गमन यात्रा का जाफरा बाजार में स्वागत और अभिनन्दन किया गया।
राम वन गमन यात्रा की अगुवानी कर रहे उप्र व्यापार कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष राज्यमंत्री एवं राम लीला समिति के अध्यक्ष पुष्पदंत जैन, राजीव रंजन अग्रवाल एवं श्याम मोहन अग्रवाल का भी शीश महल दरगाह के गद्दीनशीन सज्जाद अली रहमानी की तरफ से स्वागत किया गया।
इस मौके पर पुष्पदंत जैन ने कहा कि भगवान राम को 14 साल का वनवास मिला। उन्होंने अपने माता-पिता के आदेश का पालन करते हुए सारे राज-पाट को त्याग कर बहुत बड़ा समर्पण किया था। उन्होंने कहा कि यही त्याग और समर्पण हम सभी को अपने जीवन में भी उतारने की आवश्यकता है।
इस मौके पर शीश महल दरगाह जाफरा बाजार के गद्दीनशीन सज्जाद अली रहमानी ने कहा कि भगवान राम को वनवास मिला। उन्होंने वनवास को सम्मान स्वीकार करते हुए अपने सारे राज-पाट को छोड़कर वन को चले गये। इतना बड़ा त्यागी होना ही भगवान की श्रेणी में मनुष्य आता है। उन्होंने कहा कि भगवान राम ने लड़ाई झगड़े को पूर्ण विराम देने के लिए उन्होंने अपना सर्वस्व त्याग किया। परन्तु हम सांसारिक लोग धर्म, पंथ और मजहब की लड़ाई लड़कर इंसानियत का फर्ज भूल बैठे हैं। हम सभी को अपने धर्म के पेशवा का अनुसरण करना चाहिए। किसी भी धर्म व मजहब की बुराई नहीं करना चाहिए। रहमानी ने कहा कि हिन्दू मुस्लिम को एक होकर देश सेवा में लगने की जरूरत है। देश से बड़ा कुछ भी नहीं है, देश से हमेशा के लिए नफरत को मिटाने की जरूरत है, जो देश के लिए एक शुभ संकेत होगा। इस मौके पर बड़ी संख्या में हिन्दू और मुसलमान मौजूद रहे।
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