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इजरायल के शक्तिशाली हमले के बाद टार्टस, सीरिया में 3.1 तीव्रता का भूकंप आया

नेपाल-भारत सीमा संवाददाता जीत बहादुर चौधरी की रिपोर्ट

काठमाण्डौ,नेपाल – इजराइल ने रविवार रात सीरिया के तटीय शहर टार्टस पर हवाई हमला किया। उस हमले में टार्टस के सैन्य केंद्रों को निशाना बनाया गया था ।

अंतरराष्ट्रीय सुत्र के मुताबिक, इजराइल द्वारा उस जगह पर हमला करने के बाद जोरदार विस्फोट हुआ, जहां गोला-बारूद और हथियार रखे हुए थे ।

सीरियाई वॉर मॉनिटर ने इसराइल के हमले को पिछले दशक में टार्टस में सबसे बड़ा हमला बताया है ।

इजरायली लड़ाकू विमानों ने वायु रक्षा इकाइयों और सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों के डिपो को भी निशाना बनाया।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, शक्तिशाली विस्फोट के बाद टार्टस में 3.1 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया. हमले के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं ।

रूसी राजनयिक वापस लौटे

इस बीच, रूस ने सीरिया में चल रहे इजरायली हमले और विद्रोही समूहों पर नियंत्रण को लेकर अपने राजनयिकों को वापस बुला लिया है।

रूसी विदेश मंत्रालय के अनुसार, दमिश्क में कुछ रूसी राजनयिकों को खमीमिम हवाई अड्डे से वायु सेना की एक विशेष उड़ान द्वारा रूस वापस ले जाया गया है।

इस विमान से रूसी राजनयिकों के साथ-साथ बेलारूस और उत्तर कोरिया के राजनयिकों को भी वापस ले जाया गया।

हालांकि, मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि दमिश्क में दूतावास टेलीग्राम की मदद से अपना काम जारी रखेगा।

यूएई की आलोचना

इस बीच, संयुक्त अरब अमीरात ने गोलान हाइट्स में नागरिकों की संख्या दोगुनी करने की इजरायली योजना की निंदा की है।

इससे पहले इजराइल ने रविवार को घोषणा की थी कि वह गोलान हाइट्स में नागरिक आबादी दोगुनी कर देगा ।

इसके लिए इजराइल के अन्य हिस्सों के नागरिकों को गोलान हाइट्स में रखने की योजना की घोषणा की गई थी ।

यूएई के साथ-साथ ईरान और सऊदी अरब ने भी इजराइल के इस कदम की आलोचना की है ।

इज़राइल ने 1967 में गोलान हाइट्स पर कब्ज़ा कर लिया।

यह क्षेत्र पहले सीरिया का हिस्सा था, जिसे छह दिनों के युद्ध के बाद इज़राइल ने जीत लिया था।

सीरिया ने मांग की है कि इजराइल इलाके से अपना कब्जा हटा ले, लेकिन इजराइल ने सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए इस मांग को खारिज कर दिया है ।

गोलान हाइट्स पर इजरायली कब्जे को 2019 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मान्यता दी थी।

इससे पहले इस्लामिक विद्रोही समूह हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस) के नेता अबू मोहम्मद अल-जुलानी ने सीरिया पर इजरायली हमले की आलोचना की थी और कहा था कि सीरिया युद्ध से थक चुका है ।

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