संवाददाता जीत बहादुर चौधरी की रिपोर्ट

काठमाण्डौ,नेपाल – ग्लोबल टेंडर से आयात होने वाली यूरिया खाद अगर बुआई सीजन के लिए समय पर नहीं पहुंची तो चालू चावल की फसल में खाद की कमी होने की संभावना है।
हालांकि भारत की आईपीएल कंपनी को 30,000 टन खाद की आपूर्ति का ठेका मिला है, लेकिन अभी तक उसके खाद के देश में आने की संभावना नहीं दिख रही है।
कंपनी के मधेश प्रांतीय कार्यालय बीरगंज के प्रमुख दुर्गा प्रसाद पांडेय ने बताया कि अभी यह पक्के तौर पर नहीं कहा जा सकता कि आईपीएल से खाद की खेप नेपाल में कब आएगी।
उन्होंने बताया कि नेपाल सरकार जी-2-जी प्रक्रिया के तहत सीधे भारत सरकार से जिस खाद की खरीद करने जा रही है, उसके इस सप्ताह के अंत तक आने की संभावना है।
भारत सरकार से 30,000 टन यूरिया खाद की आपूर्ति का ठेका प्राप्त करने वाली आदित्य बिड़ला कंपनी ने पिछले सप्ताह किसी तीसरे देश से खाद खरीदकर कोलकाता बंदरगाह पर पहुंचा दी है तथा वहां खाद को बोरियों में पैक करने का काम चल रहा है।
उन्होंने बताया कि कार्यालय तथा मधेश प्रांत के अंतर्गत आने वाले कार्यालयों में फिलहाल 12,292 टन यूरिया खाद है।
उन्होंने बताया कि अभी खाद का वितरण नहीं हुआ है तथा अगले सप्ताह से जिले के सहकारी समितियों में इसका वितरण किया जाएगा। इस दौरान 30,000 टन ‘जी-2-जी’ खाद आने की संभावना है।
उन्होंने बताया कि यदि पाइपलाइन में मौजूद आईपीएल से 30,000 टन यूरिया तत्काल आ जाए तो वार्षिक धान फसल सीजन के दौरान यूरिया खाद की कमी नहीं होगी। लेकिन उन्होंने बताया कि यदि आईपीएल खाद की आपूर्ति में देरी करता है तो समस्या हो सकती है। ‘जी-2-जी’ से मिलने वाले 30,000 टन यूरिया में से कंपनी के मधेश प्रांतीय कार्यालय को 11,500 टन, भैरहवा प्रांतीय कार्यालय को 10,000 टन तथा विराटनगर प्रांतीय कार्यालय को 8,500 टन उर्वरक मिलेगा।
उन्होंने बताया कि पूरे मधेश प्रांत में 12,265 टन डीएपी तथा 2,587 टन पोटाश उर्वरक भी उपलब्ध है। लेकिन किसानों को फिलहाल इन उर्वरकों की जरूरत नहीं है।
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