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देश के लिये हम सैनिकों की पत्नियां भी अपना सिंदूर दांव पर देती है लगा, मैं भी सैनिक परिवार की हूं : पूनम सिंह

रायबरेली संवाददाता सन्दीप मिश्रा की रिपोर्ट

रायबरेली। भारत पाकिस्तान के बीच युद्धविराम की घोषणा हो गई है। ऐसे तनावपूर्ण माहौल में हमारी तीनो सेनाएं बॉर्डर पर अलर्ट हैं। हमारे सैनिक एक सीमा पर युद्ध लड़ते हैं तो दूसरी तरफ उनके परिवार को लोग भी एक जंग लड़ते हैं। तनाव व डर के माहौल के बीच देश की आन, बान व शान के लिये अपने परिजन को बोर्डर पर भेजना इतना आसान नही होता।

रायबरेली में पूर्व विधायक स्व.  अखिलेश सिंह की बहन पूनम सिंह जोकि पूर्व आर्मी ऑफिसर की पत्नी होने के साथ-साथ उस बेटी की मां भी हैं जिस बेटी का पति सियाचिन बॉर्डर पर तैनात है। पूनम सिंह कहती हैं कि उनके पति ने देश की सेवा की,  कारगिल युद्ध में उन्होंने उस मंजर को देखा जो मंजर आज उनकी बेटी देख रही है। उनके दामाद आर्मी में मेजर हैं और वे इस समय दुनिया की सबसे ठंडे युद्ध क्षेत्र  सियाचिन बॉर्डर पर तैनात हैं। जब से भारत पाकिस्तान एक दूसरे पर हमले कर रहे हैं तब से परिवार में तनाव का माहौल है लेकिन दूसरी तरफ एक देशभक्ति की भावना भी है कि हमने अपने चहेतों को सीमा पर युद्ध के लिये भेजा है।

पूनम सिंह ने आज अपने संदेश में कहा कि मुझे यह बताते हुए बड़ा ही हश्र हो रहा है कि हमारी तीनो सेनाओं के शौर्य के आगे पाकिस्तान ने युद्धविराम के लिये घुटने टेक दिये। 22 अप्रैल को पाकिस्तान से आये आतंकवादियों ने पहलगाम में निहत्थे 28 लोगों की कायराना तरीके से धर्म पूछकर हत्या कर दी थी। जिसके बाद हमारी सेनाओं ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिये पाकिस्तान के आतंक के अड्डो को तबाह कर दिया था। उसके बाद तिलमिलाए पाकिस्तान देश के विभिन्न इलाके में हमला किया जिसे हमारी मजबूत सेनाओं ने रोक दिया। मैं आज उन सभी बहनों से कहना चाहती हूं कि जिनके मांग का सिंदूर दहशतगर्दों ने मिटाया, उन्हें हमारे जाँबाज सैनिको ने मिट्टी में मिला दिया। मुझे अपनी सेना के पराक्रम पर गर्व है।


और मैं यह कहना चाहती हूं कि मैं एक आर्मी अफसर की पत्नी हूँ और मेरा दामाद में आर्मी अफसर है। इस लिये मैं यह कह सकतीं हूँ कि देश के लिये हम भी अपना सिंदूर दांव पर लगा देते हैं। साथ ही यह भी कहूंगी की आतंकवादियों ने जिस तरह धर्म पूछकर लोगों को मारा उनका मकसद देश में हिन्दू मुस्लिम दंगे भड़काने का था लेकिन हमारी एकता के आगे उनके इरादे टिक नही पाए। इस कठिन व संवेदनशील परिस्थितियों में देश की जनता ने जिस संयम का परिचय देते हुए भाईचारे को कायम किया उसके लिये सभी देशवासियों को मैं साधुवाद देती हूं और पाकिस्तान और उनके दहशतगर्दों को बता देना चाहती हूं कि यदि देश की एकता, शांति, भाईचारे को बिगाड़ने की कोशिश की तो हमारी सेनाएं इन्हें जड़ से खत्म कर देंगी।

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