नेपाल-भारत सीमा संवाददाता जीत बहादुर चौधरी की रिपोर्ट
काठमाण्डौ,नेपाल – पुलिस प्रमुख (आईजी) बसंत बहादुर कुंवर को पूछताछ के लिए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग बुलाया गया था, लेकिन वह उपस्थित नहीं हुए ।
नेशनल इंडिपेंडेंट पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व गृह मंत्री रवि लामिछाने को आधी रात में चितवन जिला से पोखरा ले जाने के मामले में जांच आयोग ने पुलिस प्रमुख को तलब किया था ।
आयोग के प्रवक्ता टीकाराम पोखरेल ने कहा कि रवि को हिरासत में रखने के दौरान उल्लंघन करने की बात कहने वाले बयान के लिए बुलाए जाने के बावजूद कुंवर सोमवार को उपस्थित नहीं हुवे ।
कुंवर उपस्थित नहीं हुवे लेकिन अपराध जांच विभाग के एआईजी टेकप्रसाद तमांग, सचिवालय के डीआइजी दान बहादुर कार्की और पुलिस की मानवाधिकार शाखा के एसपी मोहन कुमार थापा को आयोग के कार्यालय में भेजा।
आयोग के सदस्य मनोज दवाडी ने पुलिस से कैदियों के बुनियादी मानवाधिकारों और कानून के शासन की गारंटी के साथ निष्पक्ष सुनवाई के अधिकार का सम्मान और सुरक्षा करते हुए निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच करने को कहा।
प्रवक्ता पोखरेल ने यह भी कहा कि चूंकि पुलिस प्रमुख कुँवर मौजूद नहीं थे, इसलिए वह इस मामले पर कुँवर के साथ आगे चर्चा करेंगे।
रवि, जो जिला पुलिस कार्यालय चितवन की हिरासत में थे, को आधी रात में वहां से पोखरा ले जाया गया, उनकी डायरी भी गायब कर दी गई और उनकी पत्नी निकिता पौडेल और पार्टी ने मानवाधिकारों का हनन करते हुए आयोग में शिकायत दर्ज कराई।
उक्त शिकायत में आरोप लगाया गया है कि चितवन जिला पुलिस ने आईजी कुंवर के आदेश पर कार्रवाई की ।
क्राइम मुखबिर न्यूज
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