भारत-नेपाल सीमा संवाददाता जीत बहादुर चौधरी की रिपोर्ट
काठमाण्डौ,नेपाल। सीपीएन माओवादी सेंटर के अध्यक्ष पुष्प कमल दहाल ‘प्रचंड’ ने विश्लेषण किया है कि अमेरिकी सैन्य साझेदारी कार्यक्रम एसपीपी पर सहमति नहीं देने के बाद उन्हें साजिशन तरीके से अपदस्थ कर दिया गया।
शनिवार को पार्टी की चल रही स्थायी समिति की बैठक में बोलते हुए अध्यक्ष प्रचंड ने कहा कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेखर हसीना और उन्हें भी इसी तरह हटाया गया ।
जब प्रचंड ने एसपीपी को स्वीकार नहीं किया, तो उन्होंने दावा प्रस्तुत किया कि हसीना को उखाड़ फेंका गया था क्योंकि उन्होंने और अमेरिकी सेना ने आधार बनाए रखने से इनकार कर दिया था।
स्थायी समिति के एक सदस्य ने कहा कि प्रचंड को अगला कदम सावधानी से उठाना चाहिए, उन्होंने कहा कि दक्षिण एशिया में अमेरिकी हस्तक्षेप बढ़ गया है ।
अब माओवादियों ने कहा है कि वे वामपंथी और देशभक्त ताकतों के साथ सहयोग करेंगे और राष्ट्रीय स्वतंत्रता और सभी प्रकार की साजिशों की रक्षा के लिए पार्टी को एकजुट भी करेंगे।
बैठक में प्रचंड ने कहा कि माधव नेपाल के नेतृत्व वाले सीपीएन-एस, विप्लव के नेतृत्व वाले सीपीएन, महेंद्र राय यादव और अन्य दलों के नेताओं के साथ एकता की पहल हो रही है ।
प्रचंड ने यह भी कहा कि कांग्रेस और यूएमएल का सहयोग न सिर्फ देश के हालात के कारण है, बल्कि उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें आगामी चुनाव अकेले लड़ने के लिए तैयार रहना चाहिए ।
माओवादी स्टैंडिंग कमेटी की बैठक रविवार को भी जारी है ।
बैठक में उप महासचिव जनार्दन शर्मा ने एक अलग संगठनात्मक प्रस्ताव भी पेश किया ।
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