नेपाल-भारत सीमा संवाददाता जीत बहादुर चौधरी की रिपोर्ट
काठमाण्डौ,नेपाल। भारत ने कहा है कि नेपाल-बांग्लादेश बिजली व्यापार से ऊर्जा क्षेत्र में क्षेत्रीय कनेक्टिविटी बढ़ेगी।
नेपाल ने शुक्रवार से आधिकारिक तौर पर बांग्लादेश को बिजली बेचना शुरू कर दिया है।
नेपाल के ऊर्जा, जल संसाधन और सिंचाई मंत्री दीपक खड़का, भारत के बिजली मंत्री मनोहर लाल और बांग्लादेश के बिजली, ऊर्जा और खनिज मंत्रालय के सलाहकार मोहम्मद फ़ोज़ुल कबीर खान ने संयुक्त रूप से वर्चुअल विधि से बिजली निर्यात का उद्घाटन किया।
भारत के विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि नेपाल द्वारा भारत के माध्यम से बांग्लादेश को बिजली बेचने से भविष्य में ऊर्जा क्षेत्र में क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ावा मिलेगा।
इसी तरह भारतीय बिजली मंत्रालय ने भी कहा कि नेपाल से बांग्लादेश को बिजली का निर्यात एक ऐतिहासिक क्षण है ।
इसी तरह, नेपाल के ऊर्जा, जल संसाधन और सिंचाई मंत्रालय ने भी कहा है कि यह पहला समझौता है जिसमें नेपाल अमेरिकी डॉलर में बिजली बेचेगा।
मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है, ‘त्रिपक्षीय ऊर्जा सहयोग ने नेपाल, भारत और बांग्लादेश के बीच बिजली व्यापार की संभावना को और बढ़ा दिया है और नेपाल, भारत और बांग्लादेश के बीच ऊर्जा सहयोग को नई ऊंचाई पर ले गया है।’
भारतीय ट्रांसमिशन ग्रिड का उपयोग करके नेपाल से बांग्लादेश तक 40 मेगावाट बिजली स्थानांतरित करने के लिए 17 अक्टूबर को नेपाल विद्युत प्राधिकरण, भारत के एनटीपीसी विद्युत व्यापार निगम (एनवीवीएन) और बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड (बीपीडीबी) के बीच एक त्रिपक्षीय बिजली बिक्री समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे।
तत्कालीन प्रधान मंत्री पुष्प कमल दहाल की यात्रा के दौरान, भारत ने घोषणा की कि वह भारतीय ग्रिड के माध्यम से बांग्लादेश को 40 मेगावाट बिजली बेचेगा।
यात्रा के दौरान भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि दोनों पक्ष ऊर्जा के क्षेत्र में व्यापक क्षेत्रीय सहयोग के लिए भी प्रतिबद्ध हैं।
नेपाल से भारत के रास्ते बांग्लादेश को बिजली निर्यात शुक्रवार दोपहर 12:30 बजे शुरू हुआ।
इस वर्ष (वर्ष 2024) वर्षा ऋतु के दौरान बिजली निर्यात केवल शुक्रवार रात्रि 12 बजे तक ही किया जा सकेगा।
इसके बाद 15 जून 2025 से बांग्लादेश को बिजली निर्यात फिर से शुरू हो जाएगा ।
क्राइम मुखबिर न्यूज
अपराध की तह तक !