संवाददाता जीत बहादुर चौधरी की रिपोर्ट
हाल ही में महाराष्ट्र के कोल्हापुर में साठेज कृषि प्रदर्शनी आयोजित की गई, जिसमें गब्बर नाम का यह घोड़ा भी शामिल था।
कोल्हापुर के अमोल भास्कर का यह घोड़ा जवाहरनगर इलाके में है। अमोल भास्कर जब छोटे थे तो उन्होंने इस घोड़े को 18 लाख में खरीदा था। शौक के लिए उसने इसे पुष्कर मेले से खरीदा था। उन्होंने इस घोड़े के बारे में और भी जानकारी दी. यह घोड़ा मारवाड़ी नस्ल का है और इसे करीब 28 लाख नेपाली रुपये में खरीदा गया है ।भास्कर को घोड़े पालना पसंद है इसलिए उन्होंने ये घोड़ा खरीदा. यह घोड़ा कोल्हापुर शहर का एकमात्र घोड़ा है और जिले में उंगलियों पर गिनने लायक इस नस्ल के घोड़े हैं। फिलहाल ये घोड़ा चार साल का है. इसके मेडिकल चेकअप के लिए पुणे से टीमें आती हैं। भास्कर के मुताबिक, इस घोड़े की औसत मासिक लागत 40,000 भारतीय रुपये है।
गब्बर की डाइट
गब्बर की डाइट भी खास है. उसे प्रतिदिन दस लीटर ताजा दूध, चना, उबला हुआ साबुन और कुटी दी जाती है। सिर्फ खाने पर ही औसतन 35,000 से 40,000 रुपये खर्च हो जाते हैं । कुछ दिन पहले गब्बर को बेचने के लिए 58 लाख (92 लाख 8 हजार नेपाली रुपये) का ऑफर आया था. हालांकि, भास्कर ने इसे खारिज कर दिया है। घोड़े के मालिक सुनील चौगुले ने इसकी जानकारी दी है ।
98 लाख का ऑफर
कुछ दिन पहले अमोल भास्कर को इस घोड़े के लिए पुणे से 58 लाख रुपये (नेपाली में 98 लाख) का ऑफर मिला था ।
हालांकि, भास्कर ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया। यह घोड़ा भास्कर को बहुत प्रिय है, इसलिए वह पैसों की कद्र नहीं करता। इस घोड़े के खाने पर हर महीने 40,000 भारतीय रुपये खर्च हो रहे हैं, लेकिन ये घोड़ा उनके लिए बेहद खास है ।
प्रदर्शनी में गब्बर की अलग चर्चा
इस प्रदर्शनी में तरह-तरह के जानवर और घोड़े रखे गए थे, लेकिन कोल्हापुर के गब्बर नाम के घोड़े की बात ही अलग थी। उनके आकर्षक रूप के कारण गब्बर को देखने के लिए कोल्हापुर, सांगली, सतारा, बेंगलुरु, कर्नाटक और अन्य स्थानों से किसान बड़ी संख्या में आते थे।
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