नेपाल-भारत सीमा संवाददाता जीत बहादुर चौधरी की रिपोर्ट
काठमाण्डौ,नेपाल – सप्ताह भर चलने वाले सीताराम विवाह पंचमी महोत्सव के दूसरे दिन आज जनकपुरधाम में फुलबारी लीला मनाई जा रही है।
इस अवसर पर राम और लक्ष्मण को पुष्पबाटिका में घुमाने की परंपरा है। शाम को विवाह मंडप के पास पुष्प वाटिका में राम-लक्ष्मण के दर्शन का कार्यक्रम है ।
फूलबारी लीला में बच्चों को राम, लक्ष्मण और जानकी के रूप में सजाकर पुष्प वाटिका में घुमाने की परंपरा है।
पौराणिक कथा के अनुसार, त्रेता युग के दौरान, राम और लक्ष्मण, जो गुरु विश्वामित्र के साथ धनुष यज्ञ में भाग लेने के लिए अयोध्या से आए थे, पुष्पबाटिका का दौरा कर रहे थे, जब राम और सीता की नज़र एक-दूसरे पर पड़ी।
जानकी मंदिर के सह महंत राम रोशन दास ने बताया कि लोक मान्यता है कि उस समय जानकी राम को अपने जीवन साथी के रूप में पाना चाहती थीं ।
भगवान राम और सीता के विवाह के उपलक्ष्य में जनकपुर में हर साल विवाह पंचमी का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है।
इस साल विजयपंचमी 1 दिसम्बर से शुरू होकर 5 दिसम्बर तक चलेगी।
कल पहले दिन जानकी मंदिर में नगरदर्शन लीला सम्पन्न हुई।
कल 3 दिसम्बर को धनुष यज्ञ, 4 दिसम्बर को तिलकोत्सव, 5 दिसम्बर को राम-जानकी का मटकोर और 6 दिसम्बर को विवाह पंचमी है।
7 दिसम्बर को राम कलेवा पर सीताराम विवाह पंचमी महोत्सव मनाया जाएगा।
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