भारत- नेपाल सीमा संवाददाता जीत बहादुर चौधरी की रिपोर्ट
काठमाण्डौ,नेपाल – इस वर्ष की पतझड़ (शरद ऋतु के मौसम) में, पर्वतारोहियों ने मनास्लु हिमाल सहित विभिन्न पहाड़ों पर चढ़ने के लिए अनुमति लेना शुरू कर दिया है।
पर्यटन विभाग के अनुसार, इस सीजन के लिए 12 पर्वतारोहण समूहों के 34 महिलाओं और 38 पुरुषों सहित 132 लोगों ने चढ़ाई परमिट लिया है।
विभाग की पर्वतारोहण शाखा के आंकड़ों के मुताबिक, 10 पर्वतारोही समूहों में से 32 महिलाओं और 88 पुरुषों समेत 120 लोगों ने मनास्लु हिमाल पर चढ़ने की अनुमति ली है ।
नेपाल समेत 31 देशों के पर्वतारोहियों ने तीन पहाड़ों पर चढ़ने की अनुमति ली है।
8,163 मीटर ऊंचा मनास्लु पर्वत, जिसे किलर माउंटेन के नाम से जाना जाता है, हाल ही में पर्वतारोहियों के लिए सबसे लोकप्रिय पसंद बन गया है।
इस बार भी मनास्लु हिमाल पर चढ़ने के लिए सबसे ज्यादा परमिट लिए गए हैं ।
चूंकि शरद ऋतु मानसलु पर्वत पर चढ़ने के लिए उपयुक्त मौसम है, इसलिए हर साल इस समय काफी संख्या में पर्वतारोही इस पर चढ़ने के लिए आते हैं।
मनास्लु हिमाल दुनिया का आठवां और नेपाल का सातवां सबसे ऊंचा पर्वत है।
9 मई, 1956 को जापानी नागरिक तोसियो इमानिसी और नेपाली गैलगेन नोरबू शेरपा ने मनास्लु पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की।
उसके दो दिन बाद, 11 मई को, एक रिकॉर्ड है कि जापानी नोरबू हिगेटा और किइचिरो काटो ने मनास्लु पर चढ़ाई की।
18 मई, 1956 को स्विस नागरिक एन्से रेज और रिट्ज लुचिसिंगर ने मनास्लु पर चढ़ाई की।
इसी तरह, विभाग ने उल्लेख किया है कि अन्नपूर्णा 4 के लिए पर्वतारोहियों के एक समूह से सात लोगों और पर्वतारोहियों के एक समूह से पांच लोगों ने पुथा आइस चुली पर चढ़ने की अनुमति ली है।
इस सीजन में पर्वतारोहण की रॉयल्टी 13 करोड़ 96 हजार 264 रुपये सरकारी खाते में जमा हो चुकी है ।
क्राइम मुखबिर न्यूज
अपराध की तह तक !