नेपाल-भारत सीमा संवाददाता जीत बहादुर चौधरी की रिपोर्ट
काठमाण्डौ,नेपाल – चीन में फैला एचएमपीवी वायरस भारत तक पहुंच गया है।
सुत्रो के मुताबिक, पहला संक्रमित व्यक्ति बेंगलुरु में पाया गया है।
आठ महीने की एक बच्ची इस वायरस से संक्रमित थी. राज्य स्वास्थ्य विभाग ने जानकारी दी है कि अस्पताल की प्रयोगशाला में हुई जांच में एचएमपीवी वायरस की पुष्टि हुई है ।कर्नाटक स्वास्थ्य विभाग ने केंद्र सरकार को इसकी जानकारी दे दी है ।
भारतीय स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने भी इस वायरस के भारत में पाए जाने की पुष्टि की और कहा कि यह विशेष रूप से सर्दी के मौसम में दिखाई देता है। शिशु रोग विशेषज्ञ डाॅ. सुरेश गुप्ता ने कहा कि एचएमपीवी कोई नया वायरस नहीं है और यह दो दशकों से अधिक समय से जाना जाता है। उन्होंने कहा, ‘यह वायरस आमतौर पर सर्दियों के मौसम में दिखाई देता है और इन्फ्लूएंजा या सामान्य वायरल बुखार की तरह व्यवहार करता है।’
चीन में इस वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है, ऐसे में भारत के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने चर्चा की है । बैठक में यह निष्कर्ष निकला कि चीन में वायरस फैलने की स्थिति असामान्य नहीं है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (सीडीसी) के मुताबिक, उत्तरी चीन के कुछ शहरों में इन्फ्लूएंजा (फ्लू) से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है।
दिसंबर के अंतिम सप्ताह में सीडीसी द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, अस्पताल पहुंचने वाले 30.2 प्रतिशत लोगों को शीत-जनित इन्फ्लूएंजा है और 6.2 प्रतिशत में एनएचपीवी के समान लक्षण हैं। सीडीसी ने पुष्टि नहीं की है कि वे एचएमपीवी से संक्रमित हैं। चीनी सरकार ने अभी तक इस पर आधिकारिक डेटा जारी नहीं किया है।
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