रतन गुप्ता उप संपादक ——– दिल्ली विधानसभा चुनाव में वोटों की गिनती ने सियासी पंडितों को हैरान कर दिया है. शुरुआती रुझानों को बीजेपी सरकार बनाती नजर आ रहा है. हैरानी की बात ये है कि मुस्लिम बहुल सीटों पर भी भाजपा आगे दिख रही है, जिसमें ओखला, बल्लीमारान और वजीराबाद तक शामिल हैं। यानी इस बार मुस्लिम मतदाताओं ने परंपरा से हटकर भाजपा को वोट किया है।इसका एक कारण असदुद्दीन ओवैसी को भी माना जा रहा है, जिन्होंने मुस्लिम सीटों पर उम्मीदवार उतारकर मुस्लिम वोटों में विभाजन पैदा किया। हालांकि, कांग्रेस की हालत पहले की तरह ही पस्त है। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की रैलियां कोई चमत्कार दिखाती हुई नहीं लग रही हैं। रुझानों में भाजपा 70 में से 50 सीटों पर आगे चल रही है, वहीं AAP महज 15 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं।सबस बड़ी बात ये है कि पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल खुद अपनी सीट से पीछे चल रही हैं, उन्हें भाजपा के प्रवेश वर्मा ने पछाड़ दिया है। उनके अलावा मनीष सिसोदिया, सीएम आतिशी सहित आप के कई बडे़ चेहरे पीछे चल रहे हैं। अब देखना ये होगा कि क्या केजरीवाल खुद अपनी सीट से हार जाते हैं और दिल्ली में उनका खत्म हो जाएगा।एक बड़ा सवाल ये भी होगा कि भाजपा अगर चुनाव जीतती है, तो मुख्यमंत्री कौन होगा? क्योंकि, भाजपा ने बिना मुख्यमंत्री चेहरे के चुनाव लड़ा था
रतन गुप्ता उप संपादक