रतन गुप्ता उप संपादक ———महराजगंज के बागापार के लोगों को स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के लिए सरकार भले ही सुविधा बढ़ाने का दावा करती है, लेकिन आज भी अस्पतालों में कर्मी, दवाओं व संसाधनों के अभाव के कारण मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ती है।कुछ ऐसा ही हालत 20 हजार की आबादी को चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने वाले पीएचसी बागापार का है। जिला मुख्यालय से नौ किलोमीटर दूर स्थित होने के कारण पीएचसी बागापार में हमेशा मरीजों की भीड़ लगी रहती है। जहां इलाज के लिए चिकित्सक तो मौजूद रहते हैं, लेकिन स्वास्थ्य कर्मियों की कमी के कारण मरीजों के इलाज में परेशानी झेलनी पड़ती है।पीएचसी में प्रभारी चिकित्साधिकारी, फार्मासिस्ट, लैब टेक्नीशियन, वार्ड बॉय, दो स्टाफ नर्स, दो एएनएम एवं एक चौकीदार नियुक्ति हैं। अस्पताल में जांच की भी सुविधा उपलब्ध है। हेल्थ एटीएम भी लगी है। अस्पताल में रोजमर्रा व छोटी-मोटी दवाएं लगभग उपलब्ध हैं। सर्पदंश की दवा भी इमरजेंसी के लिए है, लेकिन एंटी रैबिज की दवा करीब 20 दिनों से नहीं है, जिसके लिए अस्पताल की ओर से अधिकारियों को लिखा जा चुका है।पीएचसी बागापार में आने वाले मरीजों की संख्या के हिसाब से यहां बेड की भारी कमी है। महिला मरीजों को तो किसी तरह कमरे में व्यवस्थित कर लिया जाता है, लेकिन पुरुष मरीजों के भर्ती होने पर परेशानी बढ़ जाती है।
रतन गुप्ता उप संपादक