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बीरगंज के रास्ते भारत में घुसने की कोशिश कर रहा बांग्लादेशी नागरिक रक्सौल में गिरफ्तार, घुसपैठ के संदेह में जांच तेज

संवाददाता जीत बहादुर चौधरी की रिपोर्ट

काठमाण्डौ,नेपाल – बीरगंज को सीमावर्ती भारतीय शहर रक्सौल से जोड़ने वाले मैत्री ब्रिज से शुक्रवार को एक बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया गया। भारतीय सीमा सुरक्षा बल (एसएसबी) ने बांग्लादेश के ढाका के कुमिला निवासी करीब 50 वर्षीय सैयद इकबाल अहमद को हिरासत में लिया है।

पुलिस के हवाले से  खबर दी है कि नेपाल के रास्ते भारत में घुसने की कोशिश कर रहे अहमद को वैध दस्तावेजों के अभाव में गिरफ्तार किया गया।

अहमद को जांच के लिए रक्सौल स्थित आव्रजन कार्यालय में रखा गया है। जांच के दौरान इस बात की पुष्टि हुई है कि वह वैध दस्तावेजों (वीजा) के बिना भारत में घुसने की कोशिश कर रहा है।

*ढाका से काठमाण्डौ के रास्ते भारत में घुसने की कोशिश*

गिरफ्तार अहमद से शुरुआती पूछताछ में उसने बताया कि वह ढाका से काठमाण्डौ पहुंचा था।

रक्सौल के हरैया थाने के प्रमुख किशन कुमार के अनुसार, अहमद ने स्वीकार किया है कि उसने काठमाण्डौ से बीरगंज के रास्ते भारत में घुसने की कोशिश की थी।

उसने पुलिस को बताया है कि वह काठमाण्डौ से बीरगंज के रास्ते भारत में घुसने और लखनऊ, उत्तर प्रदेश के दारुल उल मदरसा में काम करने वाले बांग्लादेशी शिक्षक जुबैर आलम से मिलने और फिर अजमेर जाने की योजना बना रहा था। किशन कुमार के अनुसार, पुलिस लखनऊ के दारुल उल मदरसा में काम करने वाले बांग्लादेशी शिक्षक जुबैर की वैधता की भी जांच कर रही है।

उन्होंने कहा कि सुरक्षा एजेंसियों ने यह पुष्टि करने के लिए जांच शुरू कर दी है कि जुबैर के पास वैध वीजा है या नहीं।

सुत्र की रिपोर्ट के अनुसार, गिरफ्तार अहमद के खिलाफ हरैया थाने में मामला दर्ज किया गया है और उसे अदालत में पेश करने की तैयारी चल रही है।

*’ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद सीमा कड़ी कर दी गई*

भारतीय सेना के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद रक्सौल सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था हाई अलर्ट पर कर दी गई है। पिछले डेढ़ महीने में रक्सौल सीमा से एक दर्जन से अधिक विदेशी नागरिकों को अवैध रूप से प्रवेश करने के प्रयास में गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार लोगों में बांग्लादेशी, चीनी, ईरानी व अन्य नागरिक शामिल हैं। एसएसबी ने सीमा पर गश्त व जांच तेज कर दी है।

सुत्रो के रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस को मिले गोपनीय सूत्रों के अनुसार, बारा जिला के महागढ़ीमाई नगर पालिका में सात संदिग्ध पाकिस्तानी व बांग्लादेशी नागरिक अवैध रूप से छिपे हुए हैं।

भारतीय पुलिस को संदेह है कि उनमें से तीन पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से जुड़े हैं और दो पूर्व पाकिस्तानी सैनिक हैं।

भारतीय सुत्र ने संदिग्धों का नाम रजाक खान, असमत खान व अरबुद्दीन खान बताया है। ये जून 2025 के पहले सप्ताह से नेपाल के सीमावर्ती इलाके में सक्रिय हैं।

*भारतीय खुफिया एजेंसियों को संदेह है कि संदिग्ध कोई बड़ी साजिश रच रहे हैं।*

भारत व नेपाल के बीच 1,751 किलोमीटर लंबी खुली सीमा घुसपैठियों व तस्करों के लिए आसान रास्ता बन गई है। रक्सौल, बहराइच और किशनगंज जैसे सीमावर्ती इलाकों में लगातार घुसपैठ की घटनाएं सामने आ रही हैं।

बलरामपुर और नेपाल के अन्य सीमावर्ती गांवों में अतिक्रमण के कारण सुरक्षा जांच मुश्किल हो रही है। कुछ जगहों पर नेपाल में घर और भारत में आंगन होने की स्थिति घुसपैठियों को फायदा पहुंचा रही है।

भारतीय सीमा सुरक्षा बल और खुफिया एजेंसियां रक्सौल सीमा पर 24 घंटे निगरानी रख रही हैं। एसएसबी कमांडेंट गंगा सिंह उदावत के मुताबिक फर्जी आधार कार्ड और अन्य जाली दस्तावेजों की जांच के लिए रक्सौल में हाईटेक स्कैनर की व्यवस्था की गई है। सुरक्षा बलों को सीमा पर आने-जाने वाले हर व्यक्ति की सख्ती से जांच करने का निर्देश दिया गया है।

सैयद इकबाल अहमद की गिरफ्तारी और अन्य संदिग्ध व्यक्तियों की मौजूदगी ने एक बार फिर नेपाल-भारत सीमा की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।

इस घटना ने सीमा क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त करने की जरूरत को रेखांकित किया है।

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