भारत-नेपाल सीमा संवाददाता जीत बहादुर चौधरी की रिपोर्ट
काठमाण्डौ,नेपाल। सत्ता के दुरुपयोग जांच आयोग में मौजूदा सरकार के चार मंत्रियों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है ।
सिंधुली जिला के युवराज ने बुधवार को उपप्रधानमंत्री और वित्त मंत्री बिष्णु प्रसाद पौडेल, विदेश मंत्री डॉ. आरजू राणा देउबा, ऊर्जा मंत्री दीपक खड़का और श्रम मंत्री शरद सिंह भंडारी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई ।
उन्होंने तत्काल जांच की मांग की क्योंकि चारों को उनकी राजनीतिक पहुंच के आधार पर मंत्री बनाया गया था, साथ ही उन्होंने दावा किया कि वे वित्तीय अनियमितताओं से जुड़े थे। शिकायत में कहा गया है कि वित्त मंत्री पौडेल ने सरकारी संपत्ति का दुरुपयोग किया और निजी संपत्ति कुर्क की ।
सफल ने मांग की है कि रूपनदेही जिला के देवीनगर में फर्जी कब्जाधारी बनकर ललिता निवास की सरकारी जमीन खरीदने और सार्वजनिक जमीन हड़पने के मामले में पौडेल की जांच की जाये ।
ऐसा प्रतीत होता है कि उसी पौडेल के पुत्र नवीन पौडेल ने रूपनदेही जिला के रामपुर और भुतहा में अपने नाम पर जमीन होने के बावजूद अवैध कब्जाधारी के रूप में सरकारी सार्वजनिक भूमि का हिस्सा कब्जाधारी समस्या समाधान आयोग से ले लिया।
शिकायत में कहा गया है, ”इसलिए, भले ही आपकी जमीन जमीन है, राज्य एजेंसी की शक्ति और पहुंच का उपयोग करके फर्जी कब्जाधारी के रूप में जमीन हड़पना एक भ्रष्ट कार्य है।”
इसी तरह, फर्जी भूटानी शरणार्थी मामले और टीकापुर भूमि अनियमितताओं से संबंधित दावों के साथ सांसद राणा के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है।
सफल ने शिकायत में कहा है कि जब तक डाँ.राणा को कोर्ट से बरी नहीं कर दिया जाता तब तक वह नैतिक आधार पर पद पर नहीं रह सकते।
उन्होंने राणा से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने और तत्काल जांच कराने को कहा है ।
शिकायत में कहा गया है, ”विदेश मंत्री आरजू देउबा, फर्जी भूटानी शरणार्थी और टीकापुर भूमि अनियमितताएं इस मामले से जुड़ी हुई लगती हैं ।
जबकि एक मंत्री बनने के लिए उच्च नैतिकता की आवश्यकता होती है, वह नैतिकता के आधार पर तब तक पद पर नहीं रह सकती जब तक कि वह उल्लिखित मामले में अदालत द्वारा दोषमुक्त नहीं हो जाती।
इसलिए, मैं नैतिक आधार पर उनके प्रतिद्वंद्वी आरजू राणा देउबा की तुरंत जांच करने के लिए माननीय दुरुपयोग प्राधिकरण जांच आयोग का ध्यान आकर्षित करना चाहूंगा।
मैं आपको यह भी बताना चाहूंगा कि अगर इस शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो मैं माननीय सुप्रीम कोर्ट जाऊंगा।’
इसी तरह ऊर्जा मंत्री खड़का द्वारा नेपाल स्काउट की सरकारी जमीन के गबन व दुरुपयोग के दावे की जांच कराने की मांग की गयी है ।
वहीं, युवराज सफल ने आरोप लगाया है कि ऊर्जा मंत्री खड़का ने ऊर्जा से जुड़ी संस्था के निदेशक बनकर स्वार्थ साधा है ।
इसी तरह शिकायत में कहा गया है कि श्रम मंत्री भंडारी मैनपावर का लाभ लेकर विदेश में काम करने जा रहे श्रमिकों को शर्मिंदा करने की कोशिश कर रहे हैं ।
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