भारत-नेपाल सीमा संवाददाता जीत बहादुर चौधरी की रिपोर्ट
काठमाण्डौ,नेपाल। कहा जाता है कि मार्स्यांगदी नदी में गिरी भारतीय नंबर की बस को निकालने के लिए मुगलिन-अम्बुखैरेनी सड़क खंड को आज सुबह साढ़े तीन घंटे के लिए बंद किया गया था, लेकिन इसे साढ़े छह घंटे तक नहीं खोला गया।
जिला पुलिस कार्यालय तनहुं के प्रवक्ता दीपक कुमार राई ने कहा कि सड़क खोलने में कुछ घंटे और लगेंगे क्योंकि बस को नहीं निकाला जा सका है ।
प्रवक्ता राई ने कहा, “चूंकि केवल एक क्रेन से बस को निकाला नहीं जा सका, इसलिए दूसरी क्रेन मंगवाई गई है। ऐसा लगता है कि सड़क खोलने में कुछ घंटे और लगेंगे।”
स्थानीय पुलिस प्रशासन द्वारा निर्धारित समय से अधिक समय तक सड़क बंद करने से यात्री फंसे रहे ।
23 अगस्त को, पोखरा से भारतीय तीर्थयात्रियों को लेकर भारतीय नंबर की एक बस काठमाण्डौ आ रही थी, जो अंबुखैरेनी ग्रामीण नगर पालिका में ऐनपहरा से गिर गई, जिसमें 27 लोगों की मौत हो गई।
हालांकि शवों को एकत्र कर भारत ले जाया गया, लेकिन बस अभी भी नदी में है। क्रेन की मदद से इसे निकालने की कोशिश की जा रही है ।
जिला प्रशासन कार्यालय तनहुं और डिवीजन रोड कार्यालय ने एक नोटिस जारी किया कि बस को निकालने के लिए आज सुबह 6:30 बजे से 10 बजे तक सड़क पूरी तरह से बंद रहेगी ।
लेकिन दोपहर एक बजे तक भी बस को बाहर नहीं निकाला जा सका और न ही रास्ता खुला।
रास्ता खुला नहीं होने के कारण वाहनों की लंबी कतार लग गयी है. वाहनों को अंबुखैरेनी और डेम्फ़िन में रोक दिया गया है।
अगर सड़क बंद हो तो भी सड़क के दोनों तरफ एंबुलेंस खड़ी कर दी जाती है ताकि मरीजों को चोट न लगे ।
जिला प्रशासन कार्यालय तनहुं ने जानकारी दी है कि एक एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई है ताकि अगर कोई बीमार हो तो उसे अस्पताल पहुंचाया जा सके ।
क्राइम मुखबिर न्यूज
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