क्राइम मुखबिर से उप संपादक रतन गुप्ता की रिपोर्ट
43वीं बटालियन सशस्त्र सीमा बल की सीमा चौकी ककरहवा के जवानो द्वारा 01 लड़के को नाबालिक लड़की के साथ भारत से नेपाल जाने से रोककर ए0.एच0.टी0, यू0. उत्तर प्रदेश पुलिस सिद्धार्थनगर को सुपुर्द किया I
सूचना प्राप्त हुई कि सीमा स्तंभ 544 के समीप चेक पोस्ट के रास्ते से एक लड़के द्वारा भारतीय नाबालिक लड़की को बहलाकर भारत से नेपाल लेकर जाने के फ़िराक में है I सूचना प्राप्त होते ही सीमा चौकी ककरहवा के कमांडर द्वारा चेक पोस्ट ड्यूटी पर तैनात कार्मिकों को सूचित कर चेक पोस्ट के रास्ते आने-जाने वालों की गहनता से जाँच की जाने लगी I इसी क्रम में चेक पोस्ट ड्यूटी पर तैनात कार्मिकों ने देखा गया कि एक लड़का और लड़की नेपाल जाने के लिए चेक पोस्ट के समीप पहुंचे I लड़की नाबालिक प्रतीत हो रही थी तथा संदेह के आधार पर ड्यूटी पर तैनात कार्मिकों द्वारा दोनों से पूछ-ताछ की गई जिसमे लड़के ने अपना नाम अनिल मिश्रा, उम्र- 30 वर्ष, पिता- राम तीरथ मिश्रा, ग्राम-अमरहवा, पोस्ट- लक्षमनपुर, थाना- भिंगा, जनपद श्रावस्ती बताया I पूछ-ताछ के दौरान उनके द्वारा कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिल सका I मामला संदेहास्पद लगने के कारण चेक पोस्ट कमांडर द्वारा समवाय प्रभारी को तत्पश्चात समवाय प्रभारी द्वारा तत्काल इसकी सूचना AHTU क्षे. मु. स.सी.बल गोरखपुर, 66वी वाहिनी, MSS/NGO, AHTU उत्तर प्रदेश पुलिस, सिद्धार्थनगर को दी गई | थोड़ी देर बाद सभी टीमों के आने पर फिर से दोनों से अलग अलग कर गहनता से पूछताछ करने पर लड़के ने बताया कि वह विगत 04 वर्षों से CHC लोटन में बतौर वार्ड बॉय काम करता है तथा वहीं नजदीक के एक घर में वह लड़की काम करने आती है, जहाँ उन दोनों की जान-पहचान हुई I उसने यह भी बताया कि उन दोनों के नेपाल जाने के सम्बन्ध में उनके घरवालों को जानकारी नहीं है I लड़की से उसके घरवालों का नंबर मांगने पर वह बार-बार गलत नंबर दे रही थी जिससे उसके घरवालों से संपर्क नहीं हो सका I चूँकि लड़की नाबालिक थी तथा घर वालों को बिना बताये नेपाल जा रही थी जिससे मानव तस्करी का शिकार हो सकती थी I तत्पश्चात उचित कागजी कार्यवाही के पश्चात् भारतीय NGO मानव सेवा संस्थान, सिद्धार्थनगर और AHTU, 66वी वाहिनी की उपस्थिति में उक्त नाबालिक लड़की और लड़के को AHTU पुलिस सिद्धार्थनगर को अग्रिम कार्यवाही हेतु सुपुर्द किया गया।
भारत नेपाल सीमा पर होने वाली तस्करी और अन्य अपराधों की रोकथाम के लिये नाका, पेट्रोलिंग एवं अन्य प्रचालन गतिविधियों द्वारा 43वी वाहिनी एस.एस.बी निरन्तर प्रयासरत है एवं अवैध रूप से हो रही तस्करी के सामान, मानव तस्करी, नशीली दवा, अवैध मुद्रा व वन्य जीव और उत्पाद को जब्त किया जा रहा है तथा उसमे सम्बंधित लिप्त व्यक्तियों पर नकेल कसी जा रही है l