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रतन टाटा के वो 10 बड़े काम, जिसको याद करेगा जमाना, देश के लिए जो किया, वो सबके बस की बात नहीं!


रतन गुप्ता उप संपादक 10/10/2024

टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन और दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा अब हमारे बीच नहीं रहे। 86 साल की उम्र में रतन टाटा का 09 अक्टूबर की रात निधन हो गया। रतन टाटा ने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अपनी आखिरी सांसें ली।


भारतीय इतिहास में रतन टाटा का नाम हमेशा सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा। रतन टाटा अपने पीछे जो विरासत छोड़ गए हैं, उसका जिक्र भारत के इतिहास में गर्व से किया जाएगा। भारत में जब भी उद्योगपतियों का जिक्र होगा, रतन टाटा करा नाम सबसे पहले लिया जाएगा। रतन टाटा न सिर्फ एक बिजनेसमैन थे बल्कि उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी समाज सेवा की है।

रतन टाटा को भारतीय उद्योग का पितामह कहा जाता है। रतन टाटा ने भारत के लिए कई अनगिनत योगदान और काम किए हैं, जिसे जमाना हमेशा याद रखेगा। उनकी पूरी जिंदगी एक उपलब्धि है। आइए जानें रतन के वो 10 बड़े काम, जिन्होंने अपनी अमिट छाप छोड़ी है।

रतन टाटा के 10 बड़े काम?
1. जब रतन टाटा कोरोना काल में आए आगे: कोरोना वायरस महामारी के वक्त भारत स्वास्थ्य संबंधी कई चुनौतियों का सामना कर रहा था। ऐसे में मुश्किल समय में, रतन टाटा आशा की किरण बनकर आए और देश की सहायता के लिए 500 करोड़ रुपये की बड़ी राशि का योगदान दिया। सोशल प्लेटफॉर्म एक्स पर उन्होंने कहा कि कोविड-19 हमारे सामने आई सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है। उनके इस कदम की पूरी देश में चर्चा हुई थी।


2. टाटा समूह का विस्तार: रतन टाटा ने 1991 से 2012 तक टाटा समूह के चेयरमैन के रूप में कार्य किया। उनके कार्यकाल में टाटा समूह ने कई नई कंपनियों में निवेश किया और वैश्विक स्तर पर अपनी उपस्थिति को बढ़ाया।
3. टाटा नैनो कार: 2008 में रतन टाटा ने विश्व के सबसे सस्ते कार मॉडल, टाटा नैनो, का उद्घाटन किया। यह कार भारतीय मध्यम वर्ग के लिए सस्ती परिवहन सुविधा के उद्देश्य से बनाई गई थी। इसकी कीमत एक लाख रुपये थी।

4. टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS): रतन टाटा के नेतृत्व में, TCS ने आईटी और कंसल्टिंग सर्विसेज के क्षेत्र में एक वैश्विक नेता बनने के लिए अपनी यात्रा शुरू की। यह टाटा समूह की सबसे मूल्यवान कंपनियों में से एक है।

5. वैश्विक अधिग्रहण: रतन ने जगुआर लैंड रोवर, टीटीएसी (Tata Tea) जैसे प्रतिष्ठित ब्रांड्स का अधिग्रहण कर टाटा समूह की अंतरराष्ट्रीय पहचान को मजबूती दी।

6. सामाजिक कार्य: रतन टाटा ने शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में कई सामाजिक पहल की। टाटा ट्रस्ट्स के माध्यम से उन्होंने समाज के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

7. कुत्तों के लिए मुंबई में बनवाया अस्पताल: रतन टाटा को कुत्तों से बहुत लगावा था। उन्होंने मुंबई में कुत्तों के लिए एक अस्पताल खोला है। ये अस्पताल नवी मुंबई में 5 मंजिला है, जिसमें 200 पालतू जानवरों का एक साथ इलाज किया जा सकता है। इसको बनवाने में 165 करोड़ लगे हैं।

8.महिला सशक्तिकरण: रतन टाटा ने महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए कई पहल कीं, जिसमें टाटा के भीतर महिलाओं की भूमिका को बढ़ाना शामिल है।

9. फ्यूचर फॉरवर्ड इनोवेशन: रतन टाटा ने हमेशा नई चीजों और नई तकनीकों पर जोर दिया है। उन्होंने नई तकनीकों को अपनाने के लिए टाटा समूह को प्रेरित किया, जिससे कंपनी ने कई नए उत्पाद और सेवाएं विकसित की हैं।

10.कैंसर हॉस्पिटल: रतन टाटा ने भारत में कई कैंसर अस्पताल बनवाई है। जैसे, टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल मुंबई, टाटा मेमोरियल सेंटर कोलकाता, टाटा मेमोरियल सेंटर चेन्नई, टाटा मेमोरियल सेंटर वाराणसी समेत देश के कई शहरों में कैंसर अस्पताल हैं।

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