spot_img
Homeप्रदेशगोरक्षपीठ की शोभा यात्रा में दिखा सामाजिक सौहार्द, बुनकरों ने किया शाही...

गोरक्षपीठ की शोभा यात्रा में दिखा सामाजिक सौहार्द, बुनकरों ने किया शाही सवारी का स्वागत

उप संपादक अवधेश पांडेय की रिपोर्ट

गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ की शोभा यात्रा में देखने को मिलती है सांस्कृतिक एकता की नजीर।


गोरखपुर। विजयादशमी (दशहरा) के मौके पर गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की शोभा यात्रा का गोरखनाथ जामा मस्जिद के पास बुनकर वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष हाजी अजीजुल हई राजू, उपाध्यक्ष नसीम अख्तर, कोषाध्यक्ष मुहम्मद खलीक अंसारी, मसीउद्दीन अंसारी, जहीन नन्हें, शमीम अख्तर, संगठन सचिव इकराम अंसारी, शीश महल दरगाह जाफरा बाजार के गद्दीनशीन सज्जाद अली रहमानी, मजहर हुसैन अंसारी, हाजी जमशेद एवं वरिष्ठ पत्रकार मुर्तजा हुसैन रहमानी के नेतृत्व में फूलों की वर्षाकर स्वागत किया गया। इस स्वागत से हिन्दू और मुसलमानों में सामाजिक सौहार्द और समरसता की प्रबलता देखने को मिली। विजयदशमी के दिन गोरखनाथ मंदिर से निकलने वाली शोभायात्रा में बुनकर समाज द्वारा शोभायात्रा की अगुवाई कर रहे गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ का अभिनंदन एवं स्वागत किया जाता है। शोभा यात्रा में बड़ी संख्या में बुनकरों ने अपनी सहभागिता निभाकर बेमिसाल हुस्न का किरदार पेश किया है।
इस अवसर पर सोसाइटी अध्यक्ष हाजी अजीजुल हई राजू और उपाध्यक्ष नसीम अख्तर ने कहा कि गोरक्षपीठ सिर्फ उपासना का स्थल नहीं है, बल्कि जाति, पंथ और मजहब के अंतर से दूर एक बड़ा केन्द्र है। गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ की शोभा यात्रा से सांस्कृतिक एकता की नजीर देखने को मिलती है। यहां कभी भी जाति या धर्म की दीवार आड़े नहीं आती है।
इस अवसर पर बुनकर समीउद्दीन अंसारी ने कहा कि गोरखनाथ मंदिर से जुड़े सभी कार्यक्रमों में भी जाति, पंथ और मजहब का कोई भेदभाव नहीं होता है। हिंदू धर्म के साथ ही मुस्लिम समुदाय के लोग भी इसमें अहम भूमिका निभाते रहते हैं।
इस मौके पर मुख्य रूप से जुनेद अहमद अंसारी, अजीजुल हई राजू, उपाध्यक्ष नसीम अख्तर, जमशेद आलम, मसीहुद्दीन अंसारी, इकराम अंसारी, मुहम्मद जहीन नन्हें, मुहम्मद खलीक अंसारी, मुहम्मद आरिफ, महताब आलम, ऑल इण्डिया उर्स कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुहम्मद रजा लड्डन खान, महासचिव असरार आलम, मुहम्मद यूनुस अंसारी, डा. आफताब आलम, इरफान , बक्शीश अहमद, मुख्तार हुसैन, मजहर हुसैन अंसारी, अताउ समद, अब्बदुल हन्नान, सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।

RELATED ARTICLES

Most Popular

error: Content is protected !!