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गोल्डेन शकरकंद पर पी आर डी एफ के सहयोग से चल रहा शोध

विशेष संवाददाता अर्चना पाण्डेय की रिपोर्ट

गोल्डेन शकरकंद के एक्सपोर्ट से किसान होंगे मालामाल 

शकरकंद से विभिन्न उत्पाद बनाने हेतु फैक्ट्री लगाने की जरूरत


14 नवम्बर, 2024 को  सुजुकी, जापान से आया एक प्रतिनिधिमंडल दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कृषि एवं प्राकृतिक विज्ञान संस्थान का दौरा किया तथा संस्थान मे शिक्षकों तथा परास्नातक छात्रों के साथ इन्टरऐक्ट किया।  उक्त प्रतिनिधिमंडल पी आर डी एफ के अध्यक्ष व कृषि संस्थान के मेन्टर प्रो राम चेत चौधरी के बुलावे पर आया था।  प्रो चौधरी ने गोल्डेन शकरकंद पर एक प्रस्तुति भी दी जिसमे उन्होने शकरकंद की इस प्रजाति मे विटामिन ए की बहुलता के बारे मे बताया। उक्त शकरकंद की प्रजाति पोषकीय तत्वों से भरपूर है। इस शकरकंद को खाने से विटामिन ए के साथ साथ अन्य पोषक तत्वों की कमी को दूर किया जा सकता है। विशेषकर अविकसित देशों जहां बच्चों मे विटामिन ए की कमी से बहुत तरह की बिमारियां होती हैं, को दूर किया जा सकता है। प्रो चौधरी ने बताया कि इस शकरकंद से कई तरह के उत्पाद जैसे कि चिप्स, बिस्कुट पेय, पकौङे इत्यादि बनाए जा सकते हैं।  उन्होने बताया कि पी आर डी एफ के पास इस प्रजाति के बीस जर्मप्लाज्म संरक्षित हैं।  पी आर डी एफ गोरखपुर, कुशीनगर व संतकबीर नगर के किसानों मे इसकी खेती के लिए किसानों को जागरूक कर रहा है। ताकी इसका एक्सपोर्ट जापान जैसे औद्योगिक देश मे किया जा सके। जिससे यहां के किसानों की आय मे गुणात्मक वृद्धि हो सके।  प्रस्तुति के बाद कृषि एवं प्राकृतिक विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो शरद कुमार मिश्र ने प्रतिनिधिमंडल को सम्बोधित करते हुए इस प्रयास की सराहना की तथा कहा कि इसमे विश्वविद्यालय का कृषि संस्थान आगे बढ़कर सहयोग करेगा। प्रो मिश्र ने कच्चे शकरकंद व इसके विभिन्न प्रक्रियाओं से गुजार कर उत्पाद बनाने मे पोषकीय तत्वों मे हो रहे परिवर्तन पर अध्ययन करने की बात कही। उन्होने कहा कि गोल्डेन शकरकंद की खेती से ना सिर्फ आय बढाई जा सकेगी बल्कि विटामिन ए की कमी से होने वाली बिमारियों को भी रोका जा सकेगा। प्रो मिश्र ने बताया कि संस्थान के कई परास्नातक छात्र पी आर डी एफ के साथ मिलकर शकरकंद के विभिन्न आयामों पर शोध कर रहे हैं। जापान के प्रतिनिधिमंडल की ओर से शिजीनी शिबुया, तकाशी शिबुया तथा त्सबासी गुची ने भाग लिया। भारत मे हैदराबाद मे स्थित सुजुकी रेक्स कम्पनी की अध्यक्ष प्रत्यूषा ने भी बैठक मे भाग लिया। बैठक मे संस्थान के शिक्षक व परास्नातक छात्र उपस्थित थे।

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