spot_img
Homeदेश - विदेशबांग्लादेश पर भारत का डेढ़ अरब बिजली बिल बकाया है

बांग्लादेश पर भारत का डेढ़ अरब बिजली बिल बकाया है

नेपाल-भारत सीमा संवाददाता जीत बहादुर चौधरी की रिपोर्ट

हालाँकि बांग्लादेश को बिजली निर्यात करने का अवसर नेपाल के ऊर्जा क्षेत्र के लिए एक बहुत महत्वपूर्ण उपलब्धि है, लेकिन इसमें संदेह है कि बांग्लादेश की आर्थिक स्थिति के कारण नेपाल अपने बिजली बिल का भुगतान नहीं कर पाएगा।

काठमाण्डौ,नेपाल। भारत से बिजली आयात के कारण बांग्लादेश पर 1 अरब अमेरिकी डॉलर (करीब 1 खरब 35 अरब रुपये) से ज्यादा का बकाया है।

रॉयटर्स के मुताबिक, बांग्लादेश अमेरिकी डॉलर की कमी का हवाला देकर भारतीय कंपनियों को बिजली बिल का बकाया नहीं चुका पाया है ।

बांग्लादेश का भारतीय कंपनियों पर बकाया कुल बकाया में से 800 मिलियन डॉलर अकेले निजी कंपनी अदानी पावर का है।

सुत्रो के हवाले से कि बांग्लादेश द्वारा बकाया नहीं चुकाने पर अडानी ने बांग्लादेश की 60 फीसदी बिजली काट दी है ।
अडानी पावर झारखंड के गोड्डा प्लांट से बांग्लादेश को 1,600 मेगावाट बिजली निर्यात कर रही थी। इसे पहले ही घटाकर 700 से 750 मेगावाट कर दिया गया था ।

इस संबंध मे सूत्रों के हवाले से कि बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड ने गुरुवार से केवल 520 मेगावाट का निर्यात शुरू किया है।
इसके अलावा, रॉयटर्स ने यह भी बताया कि बांग्लादेश पर पावर ट्रेड कॉरपोरेशन इंडिया और एसईआईएल एनर्जी इंडिया का बिजली बिल क्रमशः 80 मिलियन अमेरिकी डॉलर और 190 मिलियन अमेरिकी डॉलर के बराबर बकाया है।

नेपाल ने शुक्रवार से बांग्लादेश को 40 मेगावाट बिजली का निर्यात भी शुरू कर दिया है ।

नेपाल-भारत-बांग्लादेश के बीच हुए त्रिपक्षीय समझौते के मुताबिक 15 नवंबर (आज) तक ही बिजली का निर्यात किया जा सकेगा ।

हालाँकि यह नेपाल के ऊर्जा क्षेत्र में एक बहुत ही महत्वपूर्ण उपलब्धि है, लेकिन यह संदेह है कि बांग्लादेश की आर्थिक स्थिति के कारण नेपाल को बिजली बिल नहीं मिलेगा।

2022 से चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण ईंधन की कीमतों में वृद्धि के कारण बांग्लादेश विदेशी कंपनियों को भुगतान करने के लिए संघर्ष कर रहा है।

हाल ही में वहां राजनीतिक उथल-पुथल के बाद समस्या और विकराल हो गई है ।

अब, बांग्लादेश वित्तीय सहायता के लिए अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष से 5 बिलियन अमेरिकी डॉलर का अनुरोध कर रहा है। इससे पहले आईएमएफ ने बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए 4.7 अरब अमेरिकी डॉलर दिए थे ।
बांग्लादेश अपनी कुल ऊर्जा खपत का 20 प्रतिशत भारत से आयात करता है।

रॉयटर्स लिखता है कि वह करीब एक साल से बिजली का बिल नहीं चुका पाया है ।

क्राइम मुखबिर न्यूज
अपराध की तह तक !

RELATED ARTICLES

Most Popular

error: Content is protected !!