नेपाल-भारत सीमा संवाददाता जीत बहादुर चौधरी की रिपोर्ट
काठमाण्डौ,नेपाल – सीपीएन माओवादी सेंटर के अध्यक्ष पुष्प कमल दहल (प्रचंड) ने एक बार फिर कहा है कि नई क्रांति जरूरी है.।
उन्होंने यह राय रिपब्लिक फाइटर्स फंड द्वारा आयोजित रिपब्लिक फाइटर्स सम्मान 2081 को संबोधित करते हुए व्यक्त की ।
जनयुद्ध के चरम पर पार्टी का विश्लेषण सुनाते हुए अध्यक्ष प्रचंड ने कहा, ‘उस समय हमने कहा था कि अब देश गणतंत्र की ओर जा रहा है, लेकिन प्रतिक्रियावादी जैसा चाहेंगे वैसा बनाने की कोशिश करेंगे जैसा हम चाहते हैं वैसा बनाएं, हमने कहा, वह बिंदु अब निकट है।’
उन्होंने कहा कि अगली क्रांति पहले की तरह सशस्त्र नहीं होगी, बल्कि जनता के बीच जाएगी और जनता की ताकत से भ्रष्टाचार और अन्याय के खिलाफ आंदोलन चलाएगी।
उन्होंने कहा कि कल लाखों लोगों को सड़कों पर उतारकर संविधान निर्माण के दौरान मतभेद के मुद्दे को आगे बढ़ाया जाएगा और गणतंत्र को जनता की व्यवस्था बनाने का अभियान पूरा किया जाएगा ।
अध्यक्ष प्रचंड ने कहा कि एक नई क्रांति के लिए विभाजित माओवादियों को एकजुट कर अपने एजेंडे और पहचान के साथ आगे बढ़ते हुए उन्होंने स्थानीय स्तर पर अकेले उपचुनाव जीतकर इसकी शुरुआत कर दी है ।
यह उल्लेख करते हुए कि यदि नेपाल की जनता ने दस वर्षों तक गृहयुद्ध न लड़ा होता तो गणतंत्र की स्थापना की कल्पना भी नहीं की जा सकती थी ।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि नेपाल में इतने संगठन और सुव्यवस्था के साथ आज तक कोई युद्ध नहीं हुआ है लोगों की ओर से ।
उन्होंने इतिहास के सम्मान में एक नया समारोह शुरू करने के लिए आयोजकों को धन्यवाद दिया।
उन्होंने कहा कि राज्य को भी ऐसे कार्यक्रम करने की परंपरा शुरू करनी चाहिए ।
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