गोरखपुर विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग ने एमए प्रथम सेमेस्टर के छात्रों के लिए एक विशेष डाउट क्लीयरिंग सत्र का आयोजन किया। यह सत्र 6 दिसंबर से शुरू होने वाली परीक्षाओं को ध्यान में रखते हुए आयोजित किया गया। इसका उद्देश्य छात्रों की उनके कोर्स संबंधी शंकाओं का समाधान करना और उन्हें परीक्षा के लिए मानसिक रूप से तैयार करना था।
विभागाध्यक्ष प्रो. अजय शुक्ला ने बताया कि पिछले तीन वर्षों से विभाग इस तरह के सत्र आयोजित कर रहा है। उन्होंने कहा कि डाउट क्लीयरिंग सत्र न केवल छात्रों के आत्मविश्वास को बढ़ाते हैं, बल्कि उनकी तैयारी को भी प्रभावी और संगठित बनाते हैं। इसमें समय प्रबंधन, लेखन कौशल और परीक्षा रणनीतियों पर भी मार्गदर्शन दिया जाता है।
छात्र-केंद्रित पहल को रेखांकित करते हुए, कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने इस पहल की सराहना की। उन्होंने कहा, कि विश्वविद्यालय छात्रों के शैक्षणिक और व्यक्तिगत विकास के लिए सदैव प्रतिबद्ध है। यह सत्र छात्रों के समग्र विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।सत्र में छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपनी शंकाओं का समाधान प्राप्त किया।
अनुप्रिया मिश्रा ने टी एस इलियट की कविता द वेस्ट लैण्ड से संबंधित प्रश्न पूछे, जिनका समाधान विस्तारपूर्वक किया गया .सोनम जायसवाल ने सीमस हीनी की कविताओं पर अपने सवाल रखे।छवि मिश्रा, अनुष्का कृष्ण राय, मीना मौर्य, तुषार शुक्ला, सुंदरम पांडे और गौरव जैसे छात्रों ने साहित्य के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की।सत्र के बाद छात्रों ने इस पहल की सराहना की। सोनम ने कहा यह सत्र न केवल हमारी परीक्षा की तैयारी को स्पष्ट करने में सहायक रहा, बल्कि आत्मविश्वास भी बढ़ाया।कई छात्रों ने इसे ‘परीक्षा से पहले मनोबल बढ़ाने वाला’ बताया।
सत्र में विभागाध्यक्ष प्रो. अजय शुक्ला के अलावा प्रो. हुमा जावेद सब्ज़पोश, और प्रो. अवनीश राय ने भी छात्रों की शंकाओं का समाधान किया और परीक्षा की रणनीतियों पर भी महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
अंग्रेजी विभाग द्वारा डाउट क्लीयरिंग सत्र का आयोजनछात्रों ने कहा- परीक्षा से पहले आत्मविश्वास बढ़ाने में सहायक
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