सन्दीप मिश्रा
रायबरेली के जिला अस्पताल में आम नागरिकों की प्रतिष्ठा को रायबरेली के जिला अस्पतालों में रिटायर्ड फौजी की गुंडागर्दी को रौंदती है। सुरक्षा कर्मी के पद पर है तैनात ये गार्ड मरीज के साथ आए तीमारदारों को धमकाते रहते है। अस्पताल में ही पुलिस चौकी है। उस पर इन 30 से ज्यादा गार्डों की संख्या है। जिससे रायबरेली के जिला अस्पताल में रिटायर्ड फौजियों की गुंडागर्दी आए दिन सुर्खियों में रहती है। रायबरेली जिला अस्पताल में सुरक्षा कर्मी के पद पर तैनात रिटायर्ड फौजी व्यवहार मरीजों और परिजनों के साथ ठीक नहीं रहने की भी घटनाएं देखी जाती है। जिसके कारण आए दिन ये गार्ड सुर्खियों में बने रहते हैं। ऐसे वीडियो एम्स की भी सोशल मीडिया पर फोटो वायरल हो भी चुकी है । तीमारदारो की माने तो इन सुरक्षा कर्मियों का कहना है की मेरा क्या कोई बिगाड़ लेगा हम ठहरे फौजी । जहां जिसको जाना हो हमारी शिकायत कर दे। भाषा शैली इस प्रकार की है की महिलाओ को लेकर जाने वाले संभ्रांत व्यक्तियों को जलील होना पड़ता है।
ऐसा ही आज रवैया फिर एक बार रायबरेली के जिला अस्पताल में देखने को मिला जहां पर रायबरेली के जिला अस्पतालों में रिटायर्ड फौजी की गुंडागर्दी सामने कैमरे में कैद हो गई। सुरक्षा कर्मी के पद पर है तैनात, मरीज के साथ आए तीमारदारों को धमकाया
रायबरेली के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों और कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने रिटायर्ड फौजियों की तैनाती की है। इसका मकसद अस्पतालों में हो रहे दुर्व्यवहार को रोकना था। लेकिन रायबरेली के जिला पुरुष अस्पताल और महिला अस्पताल में स्थिति अलग दिखाई दे रही है।। गार्ड बदसलूकी की एक घटना महिला अस्पताल में सामने आई है। जहां एक रिटायर्ड फौजी गार्ड ने अभद्रता की। बताया जा रहा है कि एक महिला (प्रीति) को प्रसव के लिए जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसके साथ आशा बहू और परिवार के लोग भी थे।