रतन गुप्ता उप संपादक ——-श्रावस्ती जिले में हाल ही में मदरसे में नकली नोट छापने वाले नूरी बाबा की पुलिस ने क्राइम कुंडली खोल डाली. वह कैसे कबाड़ी से चोर बना और धीरे-धीरे कर क्राइम की दुनिया में कदम रखा और अपना अवैध कारोबार चलाने लगा. उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती जिले से नकली नोट छापने के आरोप में गिरफ्तार किए गए नूरी बाबा का आपराधिक इतिहास सामने आया. उसने जुर्म की दुनिया में एक चोर की तरह कदम रखा और एक के एक बाद एक लगातार अपराध करता गया. वह महिलाओं के लिए हैवान बन गया. इतना ही नहीं बल्कि तीन महिलाओं से शादी तक कर डाली. वह नकली नोटों का कारोबार चला रहा था.श्रावस्ती जनपद के मल्हीपुर के लक्ष्मनपुर गंगापुर का रहने वाला नूरमोहम्मद उर्फ नूरी बाबा को पैसों की ऐसी भूख लगी की उसने अपने मदरसे में प्रिंटर लगाकर नकली नोट छापने लगा. ये नूरमोहम्मद उर्फ नूरी बाबा नकली रुपयों को असली रुपयों के साथ देहातो में खपाया करता था. पुलिस को जब देहात इलाकों में पता चला की बड़े पैमाने पर नकली नोटो का लेन देन हो रहा है, तो पुलिस ने पहले पूछताछ शुरू की और उसी आधार पर छापेमारी की पुलिस को नूर मोहम्मद उर्फ नूरी बाबा के मदरसे से 35 हजार नकली नोट और 15 हजार के असली नोट बरामद हुए.पुलिस ने जब गहनता से पूछताछ की तो नूरमोहम्मद के 4 साथी पुलिस के हत्थे चढ़े जो जाली नोट चलाने का काम करते थे. पुलिस ने फिलहाल सभी पांचो आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है. वहीं, पुलिस अधीक्षक श्रावस्ती ने मदरसे का मुआयना किया तो मदरसे में आपत्तिजनक दवाईयां और समान भी मिला. नूरी बाबा के बारे में लोग बताते है की नूरमोहम्मद उर्फ नूरी बाबा का परिवार पहले गरीब था. नूरी बाबा 5 भाई थे. गरीबी होने के कारण तीन भाई मुंबई में कमाते खाते हैं. नूरी बाबा ने शुरुवाती दौर में कबाड़ खरीदने का काम शुरू किया. और यहीं से नूरी बाबा ने गलत काम की शुरुवात कर दी.पैसों की ऐसी लत लगी की साल 2018 में नूरी बाबा पर पहला मुकदमा चोरी का लिखा गया, जिसमें सरकारी समान को खरीदने और उनसे बरामदगी भी हुई जो श्रावस्ती के मल्हीपुर थाने में क्राइम नंबर 52/2018 दर्ज है. उसके बाद नूरीबाबा का आपराधिक इतिहास बढ़ते हुए मल्हीपुर थाने में ही नूरीबाबा पर 2020 में क्राइम नंबर 62 में अपहरण का केस दर्ज हुआ. फिर बहराइच के रुपौडीहा थाने में साल 2020 में ही एक्सीडेंट का मुकदमा दर्ज हुआ. इसी दौरान नूरीबाबा ने मदरसा खोल लिया और उसी मदरसे में हकीम का काम करने लगा.लोगों के रोगों को देखता रोग को ठीक करने के लिए दवा, और दुआ करता. लोग बताते हैं कि नूरीबाबा के हकीम बनने के बाद इसके बाद पैसा आने लगा. नूरी बाबा लोगों को अलग – अलग मर्ज की दवा देता और दुआ देकर ताबीज करता. इस दौरान नूरीबाब का चाल चलन गड़बड़ होने लगा. साल 2021 में नूरीबाबा ने अपने मदरसे में पढ़ाने के लिए महिलाओं को लाने लगा. लोग बताते हैं कि जो मुस्लिम महिलाएं इसके मदरसे में पढ़ाने आती उनसे ये यौन शोषण भी करता था.नूरी बाबा के मदरसे में गोंडा जिले की रहने वाली एक युवती मदरसे में पढ़ाती थी. जिसका इसने यौन शोषण किया. युवती ने विरोध किया और नूरीबाबा पर नशीली दवाई देकर बलात्कार फिर मामले को छिपाने की धमकी, धोखाधड़ी जैसी धाराओ में मुकदमा लिखाया. नूरी बाबा के पास हकीम बनने के बाद जैसे जैसे पैसा आ रहा था उसकी रुपयों की प्यास ऐसी बढ़ी की उसने अपने चार साथियों के साथ मिलकर अपने ही मदरसे में नकली रुपया भी छापने लगा.लोग बताते हैं कि जो मुस्लिम महिलाएं इसके मदरसे में पढ़ाने आतीं. उनका ये पहले यौन शोषण करता फिर जब युवतियां जब आवाज उठाती तो उसने ये शादी कर लेता. नूरी बाबा ने तीन से ज्यादा शांदियां की थीं. नूरीबाबा के पास से नकली नोट मिलने के बाद इंडोनेपाल बार्डर पर सुरक्षा एजेंसियां भी अलर्ट पर हैं कही नूरी बाबा का नेपाल कनेक्शन तो नहीं. पुलिस अधीक्षक श्रावस्ती घनश्याम चौरसिया ने बताया कि सभी एंगल से जांच की जा रही है. मदरसे के रजिस्ट्रेशन के बारे में पता किया गया तो पता चला मदरसा का कोई पंजीकरण नहीं है. ये अवैध रूप से चलाया जा रहा था. मदरसे को सील करने के लिए डीएम को पत्र लिखा गया
रतन गुप्ता उप संपादक