
नेपाल से जीत बहादुर चौधरी का रिपोर्ट
29/09/2024
काठमाण्डौ,नेपाल – आज धरती के आसमान में एक ब्रह्मांडीय आश्चर्य मिलने वाला है।
वैज्ञानिकों के मुताबिक, आज पृथ्वी को दूसरा चंद्रमा मिलेगा।
पृथ्वी की गुरुत्वाकर्षण शक्ति एक ‘एस्टरॉइड’ यानी क्षुद्रग्रह को अपनी ओर खींच लेगी और यह कुछ दिनों तक मिनी मून यानी छोटा चंद्रमा बनकर रहेगा।
धरती का यह मेहमान 29 सितंबर यानी आज रविवार से दिखाई दे सकता है और कुछ महीनों तक हमारी नजरों में रहेगा। फिर यह पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र को छोड़ देगा। यह दूसरा चंद्रमा बहुत छोटा और कम चमकीला है।
इसलिए इसे देखने के लिए प्रोफेशनल टेलीस्कोप की जरूरत पड़ सकती है। यह करीब 32 फीट यानि 10 मीटर लंबा है। जो पृथ्वी के चंद्रमा की तुलना में बहुत छोटा है। जबकि चंद्रमा का व्यास 3,474 किमी है।
इस अतिथि चंद्रमा को पहली बार 7 अगस्त को नासा के क्षुद्रग्रह टेरेस्ट्रियल इम्पैक्ट लास्ट अलर्ट सिस्टम द्वारा देखा गया था।
अमेरिकन एस्ट्रोनॉमिकल सोसायटी के रिसर्च नोट्स में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, वैज्ञानिकों ने इसके प्रक्षेप पथ का अध्ययन किया है।
वैज्ञानिक इसे 2024 पीटी फाइव कह रहे हैं और यह अर्जुन क्षुद्रग्रह बेल्ट से संबंधित है।
इसमें ऐसे पत्थर हैं, जो पृथ्वी की तरह कक्षा में घूमते हैं। इनमें से कुछ क्षुद्रग्रह हमारे ग्रह के 450,000 किमी के करीब आ सकते हैं।
सामान्यतः यदि कोई प्राकृतिक वस्तु किसी ग्रह की परिक्रमा करने लगती है तो उसे चंद्रमा कहा जाता है।
पृथ्वी के पास एक ऐसा चंद्रमा है. बृहस्पति और शनि के साथ-साथ ऐसे कई चंद्रमा यानी प्राकृतिक उपग्रह भी हैं।
पृथ्वी के करीब आने वाला यह छोटा क्षुद्रग्रह 53 दिनों की छोटी अवधि के लिए पृथ्वी की कक्षा में रहेगा।
लेकिन ये धरती से टकराने की नौबत नहीं आएगी. कुछ दिनों तक पृथ्वी की परिक्रमा करने के बाद यह सौर मंडल में वापस आ जाएगा।
इसी तरह साल 2017 में एक क्षुद्रग्रह पृथ्वी की कक्षा में आया था. इसके साथ ही वैज्ञानिकों का कहना है कि तीन मिनी मून पृथ्वी की कक्षा में आ गए हैं ।
चूंकि यह नग्न आंखों से दिखाई नहीं देता है, इसलिए तकनीकी रूप से इसे केवल एक छोटा चंद्रमा कहा जाता है।