सन्दीप मिश्रा
रायबरेली । जिले में पुलिस कप्तान ने जिस तरह तबादला किया है उससे जनता के मन में एक सवाल आ रहा है की क्या इससे कानून व्यवस्था में सुधार हो जाएगा ? क्योंकि किसी भी थानेदार को उसकी लापरवाही बरतने पर लाइन हाजिर करके उसे दंडित नही किया गया। बस कानून व्यवस्था न सुधार पाने के कारण उनको एक थाने से हटाकर दूसरे थाने का इंचार्ज बना दिया। बताते चले की पुलिस अधीक्षक रायबरेली ने बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों का स्थानांतरण कर दिया। इसी स्थानांतरण कार्यवाही पर लोगो ने सवाल उठाये है। लोगो का कहना है की इससे क्या कानून और अपराध पर लगाम लग पाएगी। क्योंकि जिन्होंने अपने अपने क्षेत्र में अपराध को बढ़ावा दिया या जिनके क्षेत्र में अपराधियों का बोल बाला रहा है । उन अपराधियों पर जब ये कानून के रखवाले अंकुश नही लगा पाए तो अन्य थाने के अपराधियों पर ये कानून के रक्षक कैसे रोक लगा पाएंगे। क्योंकि एक स्थान पर रहकर जब इन पुलिस कर्मियों ने अपराधियों पर कानून का डंडा नही चला पाए तो दूसरे थाने में किस तरह ये लापरवाह थानेदार कानून का राज स्थापित कर पाएंगे। क्योंकि जनता पूछती है की क्या जिन क्षेत्रों में इन थानेदारों की करतूत के कारण लोगो को न्याय पाने और अपराधियों के प्रकोप का सामना करना पड़ा था क्या अब यही तथाकथित दागी दरोगा अन्य थाना क्षेत्र में जाकर इसी तरह वहां पर कानून का राज स्थापित करेंगे। जैसा कि पूर्व के थानों में इनके द्वारा किया गया था। जब एक जगह से उनकी लापरवाह नीति सामने आ चुकी हैं । लोगों का भी कहना है कि पुलिस अधीक्षक को तबादला एक्सप्रेस नहीं बल्कि कार्यवाही एक्सप्रेस चलानी चाहिए । जिससे कि संविधान के नियमो का पालन न करने वाले इन खाकी वर्दी वालों को भी विभागीय कार्यवाही का भय बना रहे।