सन्दीप मिश्रा
रायबरेली।
समाजवादी पार्टी अल्पसंख्यक सभा के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आफताब अहमद खान (रज्जू खान) एडवोकेट ने कहा कि ज़िला न्यायालय ने आनफानन में शाही जामा मस्जिद का सर्वे का आदेश देकर टीम गठित की जिससे पहला सर्वे शांतिपूर्वक हो गया और उसमे कोई भी साक्ष्य नहीं मिले | उसके बाद कल सुबह दोबारा सर्वे करने के लिए टीम शाही जामा मस्जिद पहुंची, ऐसा लगता है कि सर्वे टीम को दूसरी बार केवल माहौल खराब करने के उद्देश्य से भेजा गया था जो कि एक सोची समझी साजिश है | पुलिस के साथ सर्वे टीम आपत्तिजनक नारों के साथ शाही जामा मस्जिद में घुसी तो पुलिस मूकदर्शक बनी रही | इसका मुस्लिम पक्ष ने विरोध किया तो पुलिस ने उनपर लाठीचार्ज के साथ आंसूगैस के गोले छोड़े जिससे वहा का माहौल ख़राब हो गया | हालात को काबू करने के लिए पुलिस ने मुस्लिम युवकों पर सामने से गोली चलवा दी | जिससे तीन मुस्लिम युवक शहीद हो गये | रज्जू खान ने कहा शांतिपूर्वक तरीके से प्रदर्शन कर रहे मुस्लिम समाज के लोगों पर गोली चला देना अंग्रेजी हुकुमत की याद दिला रही है गौर करने वाली बात यह है की कोई भी हिंदूवादी संगठन पूरे देश में कहीं भी किसी भी मस्जिद को मंदिर बात कर याचिका दायर करता है तो माननीय न्यायालय द्वारा दूसरे पक्ष को सुने बगैर बिना सोचे समझे याचिका स्वीकार कर ली जाती है और तुरंत ही सर्वे के लिए टीम गठित कर दी जाती है यह बहुत ही चिंता का विषय है।
रज्जू खान ने लोगों से अपील की कि शांति बनाये रखें और कानून को हाथ में न लें और प्रशासन से भी अपील की कि इस हादसे की निष्पक्ष जाँच होनी चाहिए। जो अधिकारी ज़िम्मेदार हैं, उनके ख़िलाफ़ कड़ी से कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए।