सन्दीप मिश्रा
रायबरेली। सरकार कहती है की रात के बारह बजे किसी भी गली कूचे से गुजर जाए किसी की मजाल नही है की उसे छू लें। रात की बात जाने दे यहां तो प्रदेश से लेकर जिले तक के अधिकारियों के पास शिकायत करने के बाद भी न्याय नहीं मिल रहा है। मजबूरी में उसने जिलाधिकारी के द्वारा महामहिम राष्ट्रपति को इच्छा मृत्यु की मांग की है। इससे साफ पता चलता है जिले में महिलाओ को किस प्रकार न्याय मिल रहा है। जिले के डलमऊ तहसील व थाने की पुलिस की निष्क्रियता के चलते न्याय न मिल
पाने के कारण पुत्री सहित इच्छा मृत्यु प्रदान किये जाने का पत्र भेजा है। शहर कोतवाली के अमर नगर निवासिनी विजय लक्ष्मी वर्मा पुत्री महावीर प्रसाद वर्मा ने भेजे गए पत्र मे लिखा है की आदरणीय महामहिम,
सादर अवगत कराना है कि मेरा पति पंकज वर्मा, लेखपाल, पुत्र बहादुर वर्मा, निवासी डंगरी, मजरे चकमलिक भीटी, डलमऊ, रायबरेली व अन्य से मारपीट के दो मुकदमें अ०सं०-0011/205 अन्तर्गत धारा बी.एन.एस. एवं अ०सं०-0056/20, अन्तर्गत धारा 85,115 (2). 352, 351 (2) 115 (2), 352, 351 (2) बी. एन. एस. के तहत दर्ज है। विवेचक और थाने की पुलिस व शपथकर्ती को साक्ष्य हेतु थाने बुला रही है, जबकि दो बार शपथकर्ती को पुलिस के सामने गाली-गलौज व मारपीट की घटना को अंजाम दिया जा चुका है। पुलिस ने मनमानी तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया है और अब बयान और साक्ष्य के नाम पर कभी थाने, कभी सी.ओ. कार्यालय में बुलाया जाता है और उससे पहले ही विपक्षी को मेरे आने की सूचना थाने की पुलिस द्वारा दे दी जाती है, और पहले हुई मारपीट में भी पुलिस मौके पर पहुँची थी. परन्तु उन्हीं के सामने मुझे एवं मेरी बच्ची को गालियाँ दी गयी तथा मारा-पीटा गया और पुलिस मूकदर्शक बन रही। महिला का कहना है की इसी तरह राजस्व विभाग में तैनात लेखपाल पंकज वर्मा के विरुद्ध एसडीएम सलोन से शिकायत दर्ज कराई थी की लगातार लेखपाल पति पंकज उसके साथ मारपीट कर रहे है और अपनी पहुंच का पुलिस पर दबाव डालकर मनमानी तहरीर लिखवाकर मामूली धाराओं में मामला पंजीकृत करवा कर खुलेआम परिवार सहित घूम रहे है। यहां तक की दहेज उत्पीड़न के मामले में माननीय न्यायालय जाने के दौरान भी मारपीटा गया। लेकिन पुलिस ने उसमे भी मनमानी रिपोर्ट दर्ज की है जबकि उसके पास पूरे साक्ष्य है की उस दिन वह दौरान मुकदमा पेशी पर जा रही थी। पीड़ित महिला विजय लक्ष्मी का कहना है की पुलिस मनमानी कर रही है ,राजस्व अधिकारी लेखपाल पर अपराधिक मुकदमे दर्ज होने के बाद भी उसे निलंबित नही कर रहे है। कानूनी नियमो का कोई पालन नही हो रहा है इसलिए उसने महामहिम राष्ट्रपति से अपनी गुहार लगाई है।
