नेपाल-भारत सिमा संबाददाता जीत बहादुर चौधरी का रिपोर्ट
15/10/2024
काठमाण्डौ,नेपाल – नेपाल की प्रशासनिक व्यवस्था में चीनी प्रभाव का एक चौंकाने वाला उदाहरण सामने आया है ।
हाल ही में सामने आई एक घटना में, सोनम तमांग नामक तिब्बती मूल के एक चीनी नागरिक को नेपाली अधिकारियों को रिश्वत देकर नेपाली नागरिकता प्राप्त करते पाया गया।
पुलिस जांच में सामने आए तथ्यों के मुताबिक सोनम तमांग ने महज चार लाख रुपये में नेपाली नागरिकता खरीदी थी ।
इससे भी अधिक आश्चर्य की बात यह है कि वह जिला प्रशासन कार्यालय धाडिंग में उपस्थित हुए बिना ही यह नागरिकता प्राप्त करने में सफल रही।
पता चला है कि इस मामले में जिला प्रशासन कार्यालय धाडिंग के कुछ कर्मचारी सीधे तौर पर शामिल हैं ।
इस घटना का खुलासा करते हुए पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच कर रही है ।
गिरफ्तार किए गए लोगों में खुद सोनम तमांग और बिचौलिये शामिल हैं जिन्होंने उन्हें नागरिकता दिलाने में मदद की।
शुरुआती जांच के मुताबिक यह रकम विभिन्न लोगों के माध्यम से जिला प्रशासन कार्यालय के एक नायब सुब्बा तक पहुंचि ।
इस घटना ने नेपाल के प्रशासनिक ढांचे में भ्रष्टाचार और चीनी नागरिकों के बढ़ते प्रभाव को उजागर कर दिया है। इस तरह की गतिविधियों ने राष्ट्रीय सुरक्षा और नेपाल की संप्रभुता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
यह घटना नेपाल की नागरिकता प्रक्रिया में कमजोरियों को दर्शाती है और कैसे विदेशी नागरिक आसानी से इस प्रणाली का दुरुपयोग कर सकते हैं।
जैसे-जैसे जांच जारी है, नेपाल की नागरिकता देने की प्रक्रिया की अखंडता को मजबूत करने के लिए अन्य संभावित घटनाओं और सुधारों की व्यापक जांच की मांग बढ़ रही है।
इस घटना ने प्रशासनिक प्रक्रियाओं पर सख्त नियंत्रण और निगरानी की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला है।