रतन गुप्ता उप संपादक ——- दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों के लिए मतदान जारी है और शाम 6 बजे तक वोट डाले जाएंगे। इस चुनाव में राजधानी के 1.56 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर करीब 700 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला कर रहे हैं। चुनाव के नतीजे 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे। शाम 5 बजे तक कुल 57.78% मतदान दर्ज किया गया है। मुस्लिम बहुल मुस्तफाबाद विधानसभा सीट पर सबसे ज्यादा 66.68% वोटिंग हुई है, जो दर्शाता है कि इस सीट पर मतदाता खासे सक्रिय हैं। दिल्ली चुनाव को लेकर नोडल अधिकारी और विशेष पुलिस आयुक्त देवेश श्रीवास्तव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी कि मतदान शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है। उन्होंने बताया कि अब तक किसी भी बड़े विवाद की सूचना नहीं मिली है। हालांकि, आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की कुछ शिकायतें दोनों पक्षों से आई हैं, जिन पर पुलिस तेजी से कार्रवाई कर रही है। देवेश श्रीवास्तव ने यह भी कहा कि पुलिस प्रशासन डीईओ (जिला निर्वाचन अधिकारी) और अन्य जिला कार्यालयों के साथ लगातार समन्वय बनाए हुए है। पीसीआर के अलावा, सोशल मीडिया पर की गई शिकायतों पर भी त्वरित कार्रवाई की जा रही है। जैसे-जैसे मतदान आगे बढ़ रहा है, आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच जुबानी जंग भी तेज होती जा रही है। AAP प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि AAP के बूथ एजेंट्स को अंदर जाने से रोका जा रहा है। उन्होंने पार्टी नेता राघव चड्ढा के ट्वीट को शेयर करते हुए लिख कि, “ये तो हद हो गई। रिलीवर को कैसे अंदर नहीं जाने दोगे? अंदर वाले बूथ एजेंट को अगर टॉयलेट जाना है तो क्या उसे बंदी बनाकर रखोगे? उसकी जगह रिलीवर तो जाएगा। ये तो मानवाधिकारों का उल्लंघन है। आप बूथ एजेंट्स को बंदी बनाकर कैसे रख सकते हो?” इस बीच, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि इस बार दिल्ली में बदलाव निश्चित है। उन्होंने कहा कि, केजरीवाल हारने वाले हैं। उनकी झूठ की खेती अब खत्म होने वाली है। उन्होंने पूर्वांचलियों को गाली दी थी। कोई काम नहीं किया, इसलिए इस बार परिवर्तन होगा। जैसे-जैसे मतदान समाप्ति की ओर बढ़ रहा है, दिल्ली के राजनीतिक गलियारों में सरगर्मी बढ़ गई है। चुनाव परिणाम 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे, लेकिन उससे पहले AAP और BJP के बीच आरोप-प्रत्यारोप और तेज होते जा रहे हैं। अब देखना यह है कि जनता किसके पक्ष में फैसला सुनाएगी
रतन गुप्ता उप संपादक5/2/2025