रतन गुप्ता उप संपादक——-नेपाल के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन परिषद की बैठक में देश के विभिन्न जोखिम भरे इलाकों में रात में वाहन चलाने पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया गया है। लगातार तीन दिनों तक जल विज्ञान एवं मौसम विज्ञान विभाग द्वारा जारी मौसम बुलेटिन के आधार पर जोखिम वाले इलाकों की पहचान की जाएगी। पहचाने गए इलाकों से गुजरने वाली सड़कों पर रात में वाहन चलाने पर प्रतिबंध रहेगा।राष्ट्रीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण एवं प्रबंधन प्राधिकरण के संयुक्त सचिव बंधु प्रसाद बस्तोला ने बताया कि किन सड़कों को बंद करना है, इसका निर्णय जिला सुरक्षा समिति लेगी। बैठक में भारी बारिश के दौरान और उसके आसपास स्थानीय लोगों को सुरक्षित रहने के लिए जानकारी देने का भी निर्णय लिया गया। कार्यवाहक प्रधानमंत्री प्रकाश मान सिंह की अध्यक्षता में रविवार को हुई बैठक में पिछले कुछ दिनों से देश के कई स्थानों पर हो रही बारिश के बाद संभावित खतरों को देखते हुए यह निर्णय लिया गया। इसके अलावा स्थानीय एफएम और सोशल मीडिया के माध्यम से मौसम बुलेटिन और सूचना प्रसारित करने की व्यवस्था की जाएगी। परिषद ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों में रिपोर्टिंग की तत्काल व्यवस्था करने और आपदा प्रभावित लोगों को बचाने की व्यवस्था करने का निर्णय लिया है। कार्यवाहक प्रधानमंत्री सिंह ने संबंधित निकायों से बरसात के मौसम में नागरिकों की जान बचाने के लिए आवश्यक तैयारियों में कमी न करने का आग्रह किया है और उन्हें हाई अलर्ट अपनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि मौसम पूर्वानुमान के बाद पूर्व चेतावनी को प्रभावी बनाया जा सके तो आपदाओं से होने वाले नुकसान को रोका जा सकता है। उन्होंने पूर्व चेतावनी को प्रभावी बनाने और इसे सख्ती से लागू करने पर जोर दिया। बैठक में गृह मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय, राष्ट्रीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण एवं प्रबंधन प्राधिकरण और सड़क विभाग द्वारा की जा रही तैयारियों की जानकारी दी गई। गृह मंत्री रमेश लेखक ने कहा कि संभावित खतरों को ध्यान में रखते हुए तीनों सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं। उन्होंने बताया कि सेना और निजी क्षेत्र के हेलीकॉप्टर भी स्टैंडबाय पर हैं। उन्होंने कहा, ”संबंधित जिले के मुख्य जिला अधिकारी और अंतिम चेक पोस्ट के पुलिस प्रभारी को निर्देश दिए गए हैं कि वे उन सड़कों पर वाहन चलाते समय होने वाली किसी भी दुर्घटना के लिए जिम्मेदार होंगे, जहां मौसम पूर्वानुमान के अनुसार वाहन नहीं चलाना चाहिए।” मुख्य सचिव एक नारायण आर्यल ने कहा कि मौसम का पूर्वानुमान सही है और संबंधित निकायों को तदनुसार अलर्ट पर रखा गया है।
रतन गुप्ता उप संपादक