रतन गुप्ता उप संपादक —— नेपाल सीपीएन-माओवादी सेंटर ने निष्कर्ष निकाला है कि राजतंत्रवादी आशावादी होकर सड़कों पर उतरे हैं, क्योंकि वर्तमान सरकार काम करने में विफल रही है।उपाध्यक्ष एवं प्रवक्ता अग्नि प्रसाद सपकोटा ने बताया कि सोमवार को पार्टी अध्यक्ष पुष्प कमल दहल प्रचंड के खुमलतार स्थित आवास पर शीर्ष नेताओं के बीच हुई चर्चा के दौरान यह निष्कर्ष निकाला गया।”चूंकि यह सरकार अपने वादे पूरे करने में विफल रही है, इसलिए तथ्य तुरंत सामने आ रहे हैं।” सपकोटा ने कहा, ‘आखिरकार, यह सरकार की अक्षमता ही थी जिसने उन्हें (राजतंत्रवादियों को) आशावादी बना दिया।’उन्होंने कहा कि उन्होंने गणतंत्र लाने के लिए खून की नदी बहा दी है, साथ ही उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे इस बात को लेकर लापरवाह न हों कि अब वे गंदे पानी में मछली पकड़ सकते हैं या नहीं।”हम गणतंत्र लाने के लिए खून की नदियों में तैर रहे हैं।” सपकोटा ने कहा, “इस स्थिति में, यदि कोई यह सोच रहा है कि वे गंदे पानी में मछली पकड़ सकते हैं, तो यह महज एक दिवास्वप्न है।”उनका कहना है कि कुछ ताकतें जनता को गुमराह करने पर आमादा हैं।सपकोटा ने कहा, “नेपाली जनता पिछली राजशाही और राजा द्वारा किए गए अत्याचारों को नहीं भूली है।” “एनसीपी माओवादी केंद्र के मित्र पहले ही समाजवाद के निर्माण की लाइन में शामिल हो चुके हैं।”
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