रतन गुप्ता उप संपादक ———जनकपुरधाम में सप्ताह भर चलने वाले विवाह पंचमी उत्सव के अंतर्गत चौथे दिन तिलकोत्सव मनाया जाता है। बुधवार को राम मंदिर के प्रांगण में पारंपरिक तिलकोत्सव समारोह आयोजित किया गया।जानकी मंदिर के उत्तराधिकारी महंत रामरोशन दास वैष्णव के नेतृत्व में जानकी मंदिर से आभूषणों के साथ विभिन्न प्रकार के भार (कोसेली) को राम मंदिर तक ले जाया गया। राम मंदिर में महंत राम गिरि दास सहित साधुसंतों ने भर टोली का स्वागत किया।मिथिला में शादी से पहले लड़की पक्ष की ओर से लड़के के घर भार (कोसेली) भेजने की परंपरा है, जिसे तिलक सगुन कहा जाता है। उसी परंपरा के तहत जानकी मंदिर से राम मंदिर तक बोझा ले जाया गया. राजा जनक की भूमिका में जानकी मंदिर के महंत रोशन दास और राजा दशरथ की भूमिका में राम मंदिर के महंत राम गिरि दास के बीच समधी मिलन भी हुआ.तिलकोत्सव में भारत के अयोध्या से लगभग 500 और विभिन्न स्थानों से हजारों लोगों ने भाग लिया। महिलाओं ने पारंपरिक अंदाज में गालियां देते हुए लोगों का मजाक उड़ाया। मिथिला में जोड़े का मजाक उड़ाने की प्रथा शादी के जश्न को और खास बनाती है।समारोह में मधेस के मुख्यमंत्री सतीश कुमार सिंह, नेपाली कांग्रेस नेता बिमलेंद्र निधि, रामकृष्ण यादव, धनुष के मुख्य जिला अधिकारी रामुराज कादरिया और अन्य उपस्थित थे।विवाहपंचमी महोत्सव के तहत मैथिली परंपरा के अनुसार सभी औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं। पहले दिन नगरदर्शन, दूसरे दिन फुलबारी लीला, तीसरे दिन धनुष यज्ञ, चौथे दिन तिलकोत्सव संपन्न हो चुका है.गुरूवार को मटकोर, शुक्रवार को स्वयंवर एवं शुभविहा (विवाहपंचमी) तथा पांचवें दिन शनिवार को राम कलेवा का आयोजन होगा।
रतन गुप्ता उप संपादक