नेपाल से जीत बहादुर चौधरी का रिपोर्ट
26/09/2024
काठमाण्डौ,नेपाल – भारत के बेंगलुरु में नेपाली लड़की महालक्ष्मी की हत्या मामले के मुख्य आरोपी ने बुधवार दोपहर ओडिशा के भद्रक जिले के एक गांव में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. उनका शव एक पेड़ से लटका हुआ मिला. उसकी मोटरसाइकिल भी वहीं खड़ी मिली।
पुलिस के मुताबिक, मृतक का नाम मुक्ति रंजन राय है. उसके पास से एक डायरी बरामद हुई है, जिसमें उसने महालक्ष्मी की हत्या करने की बात कबूल की है ।
महालक्ष्मी और रंजन 2023 में एक-दूसरे से मिले और रिलेशनशिप में थे। दोनों एक ही मॉल में काम करते थे. 20 सितंबर को बेंगलुरु के व्यालिकावल इलाके में बसप्पा गार्डन के पास एक तीन मंजिला घर में 29 वर्षीय महालक्ष्मी का शव मिला था। उनके शरीर को 59 टुकड़ों में काटकर फ्रीजर में रख दिया गया था।
कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश ने भी कहा था कि जानकारी मिली है कि संदिग्ध ओडिशा में है. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एक टीम का गठन किया गया और टीम को ओडिशा भेजा गया. बेंगलुरु पुलिस भी आरोपी की तलाश कर रही थी ।
महालक्ष्मी के भाई उक्कम सिंह ने बताया कि उनका परिवार नेपाल के टीकापुर में रहता है।
30 साल पहले, उनके माता-पिता काम के लिए बेंगलुरु आए और वहीं बस गए।
महालक्ष्मी का विवाह नेलमंगला में रहने वाले हेमंत दास से हुआ था। हेमंत एक मोबाइल एसेसरीज की दुकान में काम करता है। महालक्ष्मी एक मॉल में काम करती थीं. उनकी 4 साल की बेटी भी है और हेमंत 4 साल से अलग रह रहे थे।
हालांकि दोनों ने अभी तक तलाक नहीं लिया है. बेटी हेमन्त के साथ रही। महालक्ष्मी अक्टूबर 2023 से बसप्पा गार्डन के पास 5 क्रॉस पाइपलाइन रोड, व्यालिकवाल में एक किराए के घर में रह रही थीं।
पता चला कि महालक्ष्मी की बिल्डिंग में रहने वाले जीवन प्रकाश को बदबू आने के बाद उनकी हत्या कर दी गई। जिस घर में महालक्ष्मी रहती थीं, उसकी ऊपरी मंजिल से दुर्गंध आ रही थी।
जीवन जब महालक्ष्मी के द्वार पर पहुंचा तो दुर्गंध इतनी तेज थी कि खड़ा होना मुश्किल हो रहा था। दरवाजा बाहर से बंद था. जीवन ने तुरंत महालक्ष्मी के भाई उक्कम सिंह और बहन को बुलाया। दोपहर करीब 12:30 बजे महालक्ष्मी का परिवार वहां पहुंचा। इसके बाद दरवाजे का ताला तोड़ा गया ।
कमरे में खून बिखरा हुआ था और फर्श पर कीड़े रेंग रहे थे। घर का सारा सामान बिखरा हुआ था. जब महालक्ष्मी की मां ने फ्रिज खोला तो अंदर उनकी बेटी का सिर, पैर और शरीर के 59 से ज्यादा टुकड़े थे।
पुलिस ने महालक्ष्मी के परिवार को बताया कि हत्या की रात दो लोग स्कूटी से महालक्ष्मी के घर आए थे ।
पुलिस ने इस मामले में अशरफ नाम के हेयर ड्रेसर से पूछताछ की ।
हत्या में महालक्ष्मी के मैनेजर, ऑफिस सहकर्मी और एक दोस्त के भी शामिल होने का संदेह है।
पुलिस ने उन्हें भी पकड़ा लेकिन पूछताछ के बाद छोड़ दिया।
उक्कम के मुताबिक, जांच अधिकारी ने कहा कि उन्होंने एक आरोपी की पहचान कर ली है ।
मुख्य आरोपी के बारे में बताया गया कि वह ओडिशा का रहने वाला है और फरार है. पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी ।
शुरुआती जांच में पता चला कि शव के टुकड़े 19 दिनों तक फ्रिज में रखे हुए थे. अब तक 59 शव मिल चुके हैं. इन टुकड़ों को सबसे पहले अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस में इकट्ठा किया गया.
इसके बाद आगे की जांच की गई। घर से महालक्ष्मी का मोबाइल बरामद हुआ जो बंद था। फोन की फॉरेंसिक जांच भी की जा रही है ।
बेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर बी दयानंद ने कहा कि शव को टुकड़ों में काटकर 165 लीटर के सिंगल डोर रेफ्रिजरेटर में रखा गया था।
जांच में पता चला कि महिला का सिर तीन हिस्सों में काटा गया था ।
पैर कई टुकड़ों में कट गया. महिला की आंतें, सिर के बाल और अन्य छोटे हिस्से प्लास्टिक की थैलियों में फ्रिज में रखे हुए थे।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक पुलिस को वह हथियार नहीं मिला है जिसका इस्तेमाल महालक्ष्मी के शव को टुकड़े-टुकड़े करने में किया गया था ।
पुलिस को हत्या स्थल पर कई उंगलियों के निशान मिले। पुलिस पोस्टमार्टम जांच और एफएसएल रिपोर्ट का इंतजार कर रही है. मामले की जांच के लिए दो विशेष टीमों का गठन किया गया है ।