spot_img
HomeUncategorizedमहराजगंज जिला पंचायत में हुए हंगामे पर चार के खिलाफ मुकदमा

महराजगंज जिला पंचायत में हुए हंगामे पर चार के खिलाफ मुकदमा

रतन गुप्ता उप संपादक 5/10/2024
महराजगंज जिला पंचायत बोर्ड की बैठक में दो विधायकों के बीच

जिला पंचायत बोर्ड की बैठक में दो विधायकों के बीच कहासुनी के बाद जिम ट्रेनर समेत चार लोगों के खिलाफ कोतवाली पुलिस केस दर्ज की है। यह कार्रवाई जिला पंचायत के प्रभारी अपर मुख्य अधिकारी अभय सिंह की तहरीर पर हुई है। आरोप है कि जिला पंचायत के बैठक में आरोपितों ने अनाधिकृत रूप कोशिश की थी। पुलिस कर्मियों ने नियमों का हवाला देकर बैठक के कक्ष में घुसने से रोक दिया। बताया जा रहा है कि यह मामला मुख्यमंत्री तक पहुंच गया था। इसके बाद घटना के चौथे दिन पुलिस तहरीर मिलने पर कार्रवाई की। तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर उनको शुक्रवार को न्यायालय चालान कर दिया गया।
जिला पंचायत में सदस्यों के प्रतिनिधियों को बैठने को लेकर एजेंडा के निर्देश का पालन कराने की बात पर बोर्ड की बैठक के दौरान ही मंच पर बैठे सत्ता पक्ष के दो विधायक कुर्सी से खड़ा होकर बहस करने लगे। पनियरा व नौतनवा विधायक के समझाने पर मामला शांत हुआ था। इसके बाद बोर्ड की बैठक शुरू हुई, जिसमें महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। बैठक में हंगामा के वीडियो को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अपने सोशल मीडिया एक्स के हैंडल से ट्विट किया था। इसके बाद सियासी सरगर्मी शुरू हो गई। मामला सुर्खियों में आने के बाद जिला पंचायत के प्रभारी अपर मुख्य अधिकारी अभय सिंह ने कोतवाली में तहरीर दी, जिसके आधार पर कोतवाली पुलिस निचलौल नगर पंचायत के कोट मोहल्ला निवासी राज जायसवाल व अनिल कुमार व निचलौल के हर्रेडीह वार्ड निवासी सोनू सिंह व हरपुर निवासी जिम ट्रेनर शमीम खान व कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ कोतवाली पुलिस बीएनएस के तहत कार्रवाई की है। कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार राय ने बताया कि तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर न्यायालय चालान किया गया है। प्रकरण में विधिक कार्रवाई जारी है।

बड़ा सवाल! किसके बुलाने पर जिला पंचायत में पहुंचे थे बाउंसर?

प्रभारी अपर मुख्य अधिकारी की तहरीर पर चार नामजद व कुछ अज्ञात के खिलाफ विधिक कार्रवाई ने कई सवालों को जन्म दिया है। बैठक के दिन कथित वायरल वीडियो व फोटो में कुछ बाउंसर भी दिख रहे थे। बैठक के लिए जारी एजेंडा में यह निर्देश था कि केवल सदन के सदस्य व अन्य अधिकृत लोग ही बैठक में शामिल होंगे। ऐसे में यह सवाल उठना लाजिमी है कि जिला पंचायत की बैठक में किस को खतरा था कि वह अपनी सुरक्षा के लिए ब्लैक ड्रेस पहने बाउंसरों को ले गए थे। इसके पीछे कहीं कोई साजिश तो नहीं

RELATED ARTICLES

Most Popular

error: Content is protected !!