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यार्सा संग्रह के लिए मुगु के निवासी पाटन की ओर



नेपाल,भारत सिमा संवाददाता जीत बहादुर चौधरी का रिपोर्ट
18/05/2025

काठमाण्डौ,नेपाल — नेपाल के मुगु जिले के पूर्वी करान क्षेत्र में स्थित मुगुम कार्मारोंग ग्रामीण नगरपालिका के वन क्षेत्र में पाई जाने वाली बहुमूल्य जड़ी-बूटी यार्सागुम्बा के संग्रह का मौसम शुरू हो गया है।

यार्सा संग्रह का समय शुरू होते ही ग्रामपालिकाने घोषणा की है कि जेष्ठ १३ गते (२६ मई) से वन में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। ग्रामपालिका के दो दर्जन से अधिक पाटन (उच्च हिमालयी घास के मैदान) क्षेत्रों में यार्सागुम्बा पाई जाती है, जहाँ जिले के निवासी और अन्य जिलों से आम लोग यार्सा एकत्र करने के लिए आते हैं।

जिले के निवासियों के लिए प्रति व्यक्ति २,००० रुपए और अन्य जिलों से आने वालों के लिए २,५०० रुपए का वन प्रवेश शुल्क तय किया गया है। ग्रामपालिका ने अपील की है कि वन क्षेत्र में प्रवेश के बाद यार्सा संग्रह के दौरान पर्यावरण को नुकसान पहुँचाने वाले कोई भी कार्य न करें।

ग्रामपालिका अध्यक्ष छिरिङ क्याप्ने लामा ने बताया कि यार्सा संग्रह के समय शीशा, प्लास्टिक जैसे कचरे को न फेंकें, अनावश्यक रूप से पेड़-पौधों को न काटें, और चोरी न करें।

ग्रामपालिका के वार्ड नं. १ और २ में स्थित रिर्माण, ठूलो कोइकी, सानो कोइकी, छापाखोला, चार्कुल आदि दो दर्जन से अधिक पाटन और वन क्षेत्रों में यार्सागुम्बा पाई जाती है। जो लोग वन प्रवेश शुल्क जमा करेंगे, उन्हें जेष्ठ १३ गते की सुबह से वन क्षेत्र में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी।




दुर्गम उच्च हिमालयी क्षेत्र में सुरक्षा की चुनौती

मुगुम कार्मारोंग के अंतर्गत आने वाले पाटन क्षेत्रों में सुरक्षा की चुनौती के कारण कई लोग पहले ही बिना अनुमति के यार्सागुम्बा एकत्र करने के लिए वन में प्रवेश कर चुके हैं। जबकि ग्रामपालिका के निर्णय के अनुसार जेष्ठ १३ गते के बाद ही वन प्रवेश की अनुमति है, फिर भी सैकड़ों लोग चोरी की नीयत से पहले ही पाटन में प्रवेश कर गए हैं।

स्थानीय लोगों के अनुसार, हर दिन करीब २०० से अधिक लोग, चाहे वे स्थानीय हों या अन्य जिलों से आए हों, रातों-रात पाटन में प्रवेश कर यार्सा संग्रह में लगे हुए हैं।

अवैध प्रवेश की सूचना मिलने के बाद ग्रामपालिका, सुरक्षा एजेंसियों और अन्य संबंधित पक्षों के बीच एक बैठक हुई, जिसमें नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी सजा और कानूनी कार्रवाई की तैयारी की गई है।

पिछले वर्ष यार्सागुम्बा संग्रह के माध्यम से ग्रामपालिका ने ७१ लाख रुपए का राजस्व प्राप्त किया था। इस वर्ष ८० लाख रुपए से अधिक राजस्व प्राप्त करने का लक्ष्य रखा गया है।

यार्सा संग्रह को व्यवस्थित करने के लिए ग्रामपालिका ने नेपाल पुलिस, सशस्त्र पुलिस बल और अन्य संबंधित निकायों के साथ समन्वय कर अनुमति प्रणाली को सख्ती से लागू करने की घोषणा की है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले कुछ वर्षों से यार्सागुम्बा की मात्रा में गिरावट आई है। इसके संरक्षण और प्रबंधन में आई चुनौती के कारण नियमों को लागू कराना ग्रामपालिका के लिए एक और गंभीर सुरक्षा चुनौती बन गया है।

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