रतन गुप्ता उप संपादक ——यूपी के गाजियाबाद से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां बैंक…और पढ़ेंडीएम ने सभागार में बैंक अधिकारियों को किया बंद, रजाई-गद्दा भी मंगावायायूपी में गाजियाबाद के डीएम इन्द्र विक्रम सिंह ने बैंक अधिकारियों की लापरवाही से लंबित ऋण मामलों पर सख्त कार्रवाई की है. उन्होंने बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान योजना की समीक्षा बैठक में 98 लंबित मामलों का पता चलने पर बैंक अधिकारियों को सभागार में बंद कर दिया. डीएम ने कहा कि जब तक सभी लंबित मामलों का निस्तारण नहीं हो जाता है. तब तक कोई भी अधिकारी घर नहीं जाएगा.विकास भवन स्थित सभागार में बृहस्पतिवार शाम चार बजे मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान योजना की डीएम प्रगति समीक्षा बैठक ले रहे थे. जैसे ही उनको लोन से जुड़े 98 मामले लंबित होने का पता चला तो वह खफा हो गए. उन्होंने बैठक में आए बैंक अधिकारियों को सभागार में बंद करने का आदेश दे दिया.डीएम की सख्ती से हुआ निपटाराडीएम ने शर्त यह रख दी कि जब तक लंबित मामलों का निस्तारण नहीं हो जाता है, तब तक कोई भी बैंक अधिकारी यहां से वापस नहीं जाएगा. यदि रात तक लंबित प्रकरण निस्तारित न हो सके तो यहीं पर रुककर बैंक अधिकारी मामलों का निस्तारण करेंगे. उनके लिए रजाई और गद्दे भी मंगवा लिए गए. डीएम की सख्ती के बाद 77 प्रकरणों का निस्तारण रात 8 बजे तक ही कर दिया गया.2000 लोगों को लोन देने का था लक्ष्यमुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान योजना के तहत 31 मार्च तक 2000 लोगों को उद्यम स्थापित करने के लिए लोन दिलाना है. 2000 में से 500 लोगों को यूपी स्थापना दिवस के अवसर पर 24 जनवरी का मुख्यमंत्री के हाथों लोन दिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था.लंबित मामलों का निस्तारण करते नजर आए अधिकारीसख्ती का असर यह रहा कि रात 8 बजे तक 98 में से 56 मामलों में लोन पास कर दिया गया. साथ ही 21 आवेदन निरस्त किए गए. 21 आवेदन एसबीआइ बैंक से संबंधित लंबित बचे रहे. जिनके निस्तारण के लिए बैंक के एजीएम राहुल झा को विकास भवन से गाड़ी भेजकर बैंक से बुलाया गया. वह सभागार में रात साढे़ 8 बजे तक रुककर लंबित प्रकरणों का निस्तारण करते नजर आए
यूपी में बैंक अधिकारियों से नाराज हुए डीएम, रजाई-गद्दा मंगाकर सभागार में 4 घंटे तक किया बंद, जानें वजह
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