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लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की गाथा एक जीवंत दर्शन- अभिलाष कौशल

सन्दीप मिश्रा

रायबरेली । लोकमाता अहिल्याबाई होलकर की गाथा केवल इतिहास की कहानी नहीं, बल्कि एक जीवंत दर्शन है, जिसने अपनी सूझ-बूझ, अटूट दृढ़ता और असीम करुणा से एक युग को नई दिशा दी। वे नारी शक्ति की वह अडिग मूर्ति थीं, जिन्होंने इंदौर को समृद्धि के शिखर पर पहुँचाया और भारतीय संस्कृति को उदारता, धर्म और न्याय के रंगों से सजाया। यह विचार शनिवार को क्षेत्र के कंदरावा में पाल समाज द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भाजपा ओबीसी मोर्चा के प्रांतीय मंत्री अभिलाष कौशल ने व्यस्त किए ।
उन्होंने कहा कि उनकी जयंती पर उनकी गौरवमयी गाथा को स्मरण करना केवल अतीत को दोहराना नहीं, बल्कि उस अमर चेतना को पुनर्जनन करना है, जो हमें सिखाती है कि सच्चा नेतृत्व सिंहासन की भव्यता में नहीं, बल्कि जन-जन के हृदय में बसने वाली निस्वार्थ सेवा और अटल विश्वास में निहित है। उन्होंने दुखों को अपनी शक्ति बनाया और इंदौर की बागडोर संभालकर एक ऐसे युग का सूत्रपात किया, जो आज भी सुशासन की मिसाल है।इस मौके पर प्रमुख रूप से विजय पाल, देवनाथ पाल, विमलेश पाल, राघवेंद्र पाल, मनोज पाल, रोहित पाल, अमरेश पाल, सर्वेश पाल, दूधनाथ पाल फ़ौजी, राकेश पाल, गुडडन यादव, मुन्ना यादव, राजू पाल समेत सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद रहे।।

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